स्कूल में बजा मोबाइल, तो नपेंगे

मंडी —  शिक्षा विभाग ने स्कूल समयसारिणी के दौरान शिक्षक व स्कूली विद्यार्थी मोबाइल के प्रयोग पाबंदी लगा दी है। अगर स्कूल समयसारिणी के दौरान कर्मचारी व विद्यार्थी के पास मोबाइल की घंटी बजेगी तो विभाग औचक निरीक्षण के दौरान कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगा। इस बाबत उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय मंडी से समस्त स्कूल मुखियाओं को निर्देश जारी कर दिए हैं। निर्देश में जहां स्कूल समयसारिणी के दौरान कोई भी कर्मचारी मोबाइल का प्रयोग नहीं करेगा, वहीं स्कूल मुखियाओं को मोबाइल स्कूल समयसारिणी के दौरान प्रयोग न करने के लिए बच्चों को भी अवगत करवाना होगा। बता दें कि शिक्षा विभाग की टीम ने गत शैक्षणिक सत्र के औचक निरीक्षण के दौरान पाया है कि कुछ स्कूलों में शिक्षक स्कूल समय के दौरान मोबाइल का प्रयोग कर रहे थे, जबकि कुछ स्कूलों में मोबाइल की घंटियों के अलावा गानों की धुनें सुनते पाए गए। इसके चलते शिक्षा विभाग ने उक्त मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए स्कूलों में मोबाइल का प्रयोग करने पर पूरी पाबंदी लगा दी है। इसके अलावा विभाग ने निर्देश दिए हैं कि स्कूल मुखिया विशेष अभियान के तहत स्कूल कैंपस में उगी भांग को उखाड़कर नष्ट करवाना भी सुनिश्चित करें। वहीं गर्मियों के मौसम के चलते स्कूल में पेयजल टंकियों को भी समय-समय पर साफ-सुथरा रखने के लिए कहा गया है। इसके अलावा विभाग ने खंड परियोजना अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि समस्त खंड प्रमुख अपने-अपने शिक्षा खंड के स्कूलों से शेक ऑउट ड्रिल की रिपोर्ट शीघ्र मंगवाकर  उच्च शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय मंडी को दो दिनों के भीतर प्रेषित करें, ताकि आगामी माह के प्रथम सप्ताह में स्कूलों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जा सके। इस बारे में उच्च शिक्षा उपनिदेशक अशोक शर्मा का कहना है कि स्कूल समयसारिणी के दौरान कोई भी मोबाइल का प्रयोग न करें। इसके बारे में स्कूल मुखिया स्कूल स्टाफ व बच्चों को अवगत करवाएं।

सरकाघाट में भांग उखाड़ो अभियान शुरू

सरकाघाट — सरकाघाट उपमंडल में भांग उखाड़ो अभियान का आगाज बुधवार को  हो गया। अभियान का शुभारंभ उपमंडलाधिकारी नागरिक सरकाघाट डा. सुरेश जसवाल ने किया। इस दौरान सभी विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों ने मिलकर भांग उखाड़ी। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से आग्रह किया है कि पहली से 31 मई  तक भांग उखाड़ो अभियान के अंतर्गत अपनी पंचायत के प्रत्येक घर के आंगन तक से भांग के पौधे उखाड़ें। इसके उपरांत अभियान की रिपोर्ट 31 मई से पहले कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें।