स्मार्ट सिटी में जो बोल दिया वही रेट बन गया

धर्मशाला —  दिन-रात मेहनत करके एक किसान सब्जियों को तैयार करता है, लेकिन आढ़ती तूड़ी के भाव खरीदकर उनकी सारी मेहनत पर पानी फेर देते हैं। ऐसे में मजबूरन किसानों को यही रकम कबूल करनी पड़ती है। क्योंकि सब्जी समय पर बाजार तक नहीं पहुचीं, तो रखी खराब हो जाएगी। इसी चीज का आढ़ती जमकर लाभ उठाते हैं। धर्मशाला सब्जी मंडी में रेट लिस्ट नहीं लगाई गई बल्कि जालंधर, पठानकोट, होशियारपुर व अमृतसर की बड़ी मडि़यों से यहां सब्जियों की खेप पहुंचती है।  इसी मंडी से धर्मशाला व आसपास की दुकानों में सब्जी खरीद कर बेची जाती है।  सोमवार शाम पांच बजे के करीब प्रदेश के अग्रणी मीडिया ग्रुप ‘दिव्य हिमाचल’ की टीम ने सब्जी मंडी व मार्केट के रेट में अंतर देखने के लिए सर्वे किया, लेकिन मंडी में कोई भी रेट देने को तैयार नहीं था, लेकिन सब्जी की दुकान पर सब्जी मंडी रेट के तीन गुणा दाम पर बेची जा रही थी। सब्जी बेचने का सिलसिला बिना लिस्ट ही चल रहा है। किसी भी दुकान पर लिस्ट नहीं पाई गई। ऐसे में सीधे-सीधे ग्राहकों की जेब काटी जा रही है।

 धर्मशाला सब्जी मंडी व दुकानों पर भाव प्रति किलो

सब्जी    मंडी रेट     मार्केट

पालक     10         30

फूल गोभी 15         30

पत्ता गोभी 05         20

भिंडी      30         60

घीया       06         20

बैंगन       15         30

फ्रांसबीन  30         60

शिमला मिर्च 12      40

करेला     40         60

टमाटर     14         30

प्याज      12         20

कुद्दू      25         40

आलू       06         15

गाजर      15         30

हरा धनिया 20        40

लहसुन    55         100

अदरक    50         80

खीरा       20         30

नींबू        50         100

लूगंडू      —          40

फल       मंडी  मार्केट

केला       48         70

अंगूर       62         100

आम तोता 40         60

आम सिंदूरी 55       90

सेब        135        180

अनार      90         160

पपीता     22         40

सेंचरी      25         30