180 परिवार आज भी पैदल

गरली  —  भले ही प्रदेश सरकार हिमाचल के प्रत्येक गांव को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत उन्हें पक्की सड़क से जोड़ने का खूब बड़े-बड़े दावे कर रही हो, लेकिन उपमंडल देहरा के अंतर्गत गांव नौशहरा से खड़ीवत-वणे दी हट्टी में जिंदगी बसर कर रहे करीब 180 परिवारों को यह सुविधा मात्र अभी कोसों दूर है। स्थानीय हजारों ग्रामीण अब भी दो से तीन किलोमीटर दूर पैदल यात्रा करके बस सुविधा प्राप्त कर रहे हैं। आजादी के 69 वर्षों से लगातार उक्त गंभीर समस्या का दंश झेल रहे ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार व विभागीय प्रशासन को अब दोटूक धमकी दे डाली है कि आगामी विधानसभा चुनावों से पहले अगर यहां पक्की सड़क सुविधा का निर्माणकार्य आरंभ न हुआ तो मजबूरन किसी भी राजनीतिक पार्टी को मतदान नहीं करेंगे। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि गांव नौशहरा से खड़ीवत वणे दे हट्टी के लिए लगभग 70 प्रतिशत कच्ची सड़क पिछले कई वर्ष पहले  लोगों व पंचायत के सौजन्य से बना दी थी, लेकिन उस उबड़-खाबड़ सड़क को समतल करके आज तक पक्का नहीं कियागया। ग्रामीणों का आरोप है कि जब भी हिमाचल व केंद्र में सरकार बनने के चुनाव निकट आते हैं तो प्रत्येक पार्टी के उम्मीदवार यहां तमाम लोगों से शीघ्र सड़क बनाने का आश्वासन देकर चुनाव जीत जाते हैं, लेकिन उसके पश्चात वह आगामी पांच वर्षों तक यहां पुनः नजर नहीं आते हैं, जिससे गांव का प्रत्येक ग्रामीण वोट राजनीति के चलते अपने आपको ठगा सा महसूस करता है। खड़ीवत व नौशहरा के लोगों ने अब मन बन लिया है कि सड़क नहीं तो वोट नहीं की रणनीति अपनाना पड़ेगी। इनका कहना है कि अगर खड़ीवत में एक पुली बनाकर उक्त संपर्क को थोड़े समय में ही पक्का किया जा सकता है। बहरहाल स्थानीय लोगों ने प्रदेश मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मांग की कि शीघ्र ग्रामीणों की समस्या को समझते हुए सड़क सुविधा मुहैया करवाई जाए।