डलहौजी —  डलहौजी में सड़क किनारे नो पार्किंग जोन में गाडि़यां खड़ी कर ट्रैफिक में बाधा डालने वालों पर डलहौजी पुलिस के तेवर सख्त हो गए हैं। डलहौजी पुलिस ने ऐसे लोगों की अक्ल ठिकाने लगाने के लिए विशेष उपकरण हासिल कर लिए हैं। जिसके माध्यम से इन गाडि़यों के टायर ही लॉक कर दिए

कुलदीप नैयर लेखक, वरिष्ठ पत्रकार हैं एक क्षण के लिए मान भी लें कि जाधव भारत का जासूस है, लेकिन वह कैसी जासूसी कर सकता था। आज उपग्रहों के आने से तकनीक इतनी विकसित हो चुकी है कि आप गाडि़यों की नंबर प्लेट पर लिखे अंकों तक को आकाश से पढ़ सकते हैं। इसलिए जाधव

सुरगांनी —  मंजीर पंचायत में पीपल के पेड़ से स्कूल के गेट तक की सड़क को संवारने का जिम्मा ग्रामीणों ने उठाया है। रविवार को कस्बे के ग्रामीणों ने सड़क की हालत में सुधार लाने को श्रमदान किया। रविवार को ग्रामीणों ने खुद सड़क का मरम्मत कार्य कर एक मिसाल पेश की। इस दौरान सड़क

झंडूता —  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 27 अप्रैल को शिमला में प्रस्तावित रैली के लिए झंडूता मंडल भाजपा की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। इसके मद्देनजर रविवार को मंडल अध्यक्ष सुभाष मन्हास की अध्यक्षता में भाजपा के झंडूता कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक रिखीराम कौंडल तथा जिला अध्यक्ष राकेश

फूलों से लदी पहाड़ों की रानी अब बदल गई है कंकरीट के जंगल में शिमला  —  गर्मियों में गर्मी, बरसात में जमीन धंसने की घटनाएं, पेयजल किल्लत, वानर व आवारा कुत्तों की समस्याओं के साथ शहरीकरण की दिक्कतों से दो-चार होते वर्तमान शिमला को अंग्रेजों ने एक ऐसी सैरगाह के रूप में बसाया था, जो

बिलासपुर —  बिलासपुर जिला अस्पताल आउटसोर्स कर्मचारी संघ की बैठक प्रधान सुनील कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें विशेष रूप से आमंत्रित कर्मचारी महासंघ के पूर्व राज्य अध्यक्ष राम सिंह ने भी भाग लिया। बैठक में सरकार से मांग की गई कि प्रदेश भर में विभिन्न विभागों में कार्यरत सभी आउटसोर्स कर्मचारियों को सरकारी

धर्मशाला —  चंडीगढ़-दिल्ली-बंगलूर जैसे व्यस्त शहरों की तर्ज पर अब धर्मशाला में भी नाइट लाइफ लंबी हो चली है। शहर में लगी तीन हजार एलईडी लाइट्स ने स्मार्ट सिटी की रफ्तार को दोगुना कर दिया है। अभी तीन हजार लाइट्स और लगाईर् जानी हैं,जिसके बाद धर्मशाला में 24 घंटे भागदौड़ होती नजर आएगी, जिससे कमाई

जोरावर सिंह के प्रारंभिक जीवन के संबंध में दो मत विद्यमान हैं। पहले विचार के अनुसार कि जब जोरावर सिंह 16 वर्ष के थे, तो भूमि विवाद को लेकर उनके हाथों चचेरे भाई की हत्या हो गई। वह पश्चाताप के लिए हरिद्वार चले गए। 1803 ई.में इनकी मुलाकात मरमत गलियां के जागीरदार राणा जसवंत सिंह

सोलन  – सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री व सोलन के स्थानीय विधायक कर्नल धनीराम शांडिल ने रविवार को अचानक क्षेत्रीय अस्पताल का निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री द्वारा अस्पताल के सभी वार्डों का दौरा किया गया और स्वास्थ्य विभाग को अस्पताल में बेहतर सुविधाएं देने के निर्देश दिए। औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री ने मरीजों

बचन सिंह घटवाल लेखक, मस्सल, कांगड़ा से हैं कर्मचारी वर्ग से अगर सही काम लेना है, तो जरूरी है कि उसके वेतन-भत्तों का ख्याल रखा जाए। अगर कर्मी अपनी आर्थिक उलझनों में ही उलझा रहेगा, तो  वह अपना पूरा ध्यान अपने काम पर नहीं लगा पाएगा। सरकार ने बेशक देरी से यह फैसला लिया है,