25 बसों वाले बस स्टैंड पर 400 का बोझ

ऊना —  जिला मुख्यालय पर स्थित ऊना बस स्टैंड बसों की पार्किंग के लिए छोटा पड़ गया है। यहां पर बेतरतीब खड़ी सरकारी और प्राइवेट बसें देखी जा सकती हैं।  मात्र 25 बसों की पार्किंग की क्षमता रखने वाला बस स्टैंड वर्तमान में 400 बसों का बोझ झेल रहा है, जिसके चलते यहां पर समस्या बढ़ती जा रही है। यहां तक कि बस स्टैंड के साथ ही नेशनल हाई-वे पर कई प्राइवेट बसें खड़ी रहती हैं, जिससे भी जाम की समस्या बनी रहती है। हालांकि जिला मुख्यालय के लिए सरकार की ओर से नए बस स्टैंड के निर्माण की योजना है, लेकिन सरकार की यह योजना सिरे नहीं चढ़ पा रही है, जिसके चलते लंबे समय से यहां पर समस्या बनी रहती है। यहां पर कई हादसे भी घट चुके हैं, लेकिन इस समस्या को लेकर कोई भी गंभीर नहीं दिख रहा है। ऊना मुख्यालय के बस स्टैंड में हर रोज सैकड़ों बसों की आवाजाही रहती है। प्रदेश के अलावा अन्य बाहरी राज्यों की भी बसें भी ऊना बस स्टैंड पहुंचती है। अकेले क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी ऊना के पास ही करीब 30 हजार वाहन पंजीकृत हैं। इसमें से 280 प्राइवेट बसें पंजीकृत हैं, वहीं हिमाचल पथ परिवहन निगम की 135 बसें हैं। सभी बसें ऊना बस स्टैंड में आवाजाही रहती है, जिसके चलते ऊना बस स्टैंड अब बसों की पार्किंग के लिए छोटा पड़ गया है। हालांकि हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से इस समस्या से निपटने के लिए ऊना मुख्यालय में वर्कशॉप में नए बस अड्डे का निर्माण करने की योजना है, लेकिन यहां से पहले वर्कशॉप को हटाया जाएगा।

नया बस स्टैंड बने, तो बनेगी बात

ऊना की वर्कशॉप को रामपुर के लिए स्थानांतरित किया जाएगा। रामपुर में वर्कशॉप का काम करीब 70 फीसदी तक पूरा कर लिया गया है। वर्कशॉप के ऊना से स्थानांतरित होने के बाद ऊना मुख्यालय में नए बस अड्डा के निर्माण के लिए टेंडरिंग शुरू होगी, जिसके चलते कयास लगाए जा रहे हैं कि ऊना मुख्यालय में जल्द ही नया बस अड्डा की सुविधा मिलेगी, लेकिन वर्तमान समय की बात की जाए, तो ऊना बस स्टैंड में बसों की पार्किंग समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। अगर नया बस स्टैंड बने तभी ये हालात सुधर पाएंगे।

20 मिनट पहले ही पहुंचती है बस

हालांकि बस अड्डा में वर्तमान में समस्या से निपटने के लिए हिमाचल पथ परिवहन निगम की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि बस अड्डा में रूट पर जाने से पहले बस 20 मिनट पहले ही पहुंचेंगी। इससे कुछ हद तक समस्या कम करने के प्रयास किए गए हैं। बहरहाल, जब तक नया बस अड्डा की सुविधा बस मालिकों को नहीं मिलती है, तब समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो पाएगा।