अस्पताल गेट पर गरजे वर्कर्ज

मजदूरों ने न्यूनतम वेतन न मिलने पर आधा घंटा दिया धरना

रामपुर बुशहर— महात्मा गांधी मेडिकल सर्विस ठेका मजदूर यूनियन के बैनर तले मंगलवार को अस्पताल के मुख्य गेट पर ठेका मजदूरों ने लंबित पड़ी मांगों के विरोध में आधा घंटा धरना-प्रदर्शन किया। सीटू क्षेत्रीय कमेटी के महासचिव कुलदीप और जिला सचिव दिनेश मेहता ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि अस्पताल के अंदर मजदूरों की समस्या की अस्पताल प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा है। मजदूरों को उनका मूल न्यूनतम वेतन की अदायगी भी नहीं की जा रही है। यूनियन महासचिव सुनामणी ने कहा कि अस्पताल में कार्य कर रहे  सफाई कर्मियों को सेमी स्कीलड केटागरी में पहली मई 2015 से लाया है और वेतन 2015  में 195.55 पैसे मिलना चाहिए था, जबकि मजूदरों को 180 रुपए प्रतिदिन वेतन मिला। 2016 में 215.55 पैसे मिलना चाहिए था, लेकिन अभी तक 200 रुपए के हिसाब से वेतन दिया जा रहा है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने समझौता अधिकारी के समक्ष एरियर के रूप में देने की बात कही थी, परंतु अभी तक उनकी मांग पूरी नहीं की गई है। सीटू नेताओं का कहना है कि अस्पताल प्रशासन और सुपरवाईजर द्वारा मजूदरों को बेवजह तंग किया जा रहा है और मजूदरों से व्यक्तिगत काम करवाया जा रहा है। मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। यूनियन ने चेताया है कि, जब तक मांगें पूरी नहीं की गई, तब तक हर रोज एक घंटे का धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। इतना ही नहीं 30 मई को अपनी मांगों को लेकर मजदूर शिमला रैली में भी सीटू यूनियन के मजदूरों के साथ हल्ला बोलेंगे। धरने में अमित, अजय, रामदासी, रानी और सरसा सहित कई अन्य मौजूद रहे।

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