ऊना अस्पताल में गर्भवती की मौत पर विवाद

परिजनों ने डाक्टर पर जड़ा लापरवाही का आरोप, साढ़े तीन घंटे लेबर रूम में ही रही महिला

ऊना – क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चिकित्सक की कथित लापरवाही के चलते गर्भवती की मौत हो गई है। पुलिस ने पीडि़त पति की शिकायत पर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जानकारी के अनुसार राधु शर्मा (33) पत्नी पंकज शर्मा निवासी पोलियांबीत को परिजनों ने 20 मई शनिवार को क्षेत्रीय अस्पताल में दाखिल करवाया, जिसके चलते चिकित्सकों ने उन्हें उपचार मुहैया करवाया। 21 मई रविवार को भी गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती रखा गया। रविवार शाम करीब सात बजे महिला को डिलीवरी के लिए अस्पताल के लेबर रूम में भेजा गया, लेकिन वहां कथित लापरवाही के चलते गर्भवती की मौत हो गई। परिवार को इतने लंबे समय तक डिलीवरी होने या फिर नहीं होने के बारे में कुछ नहीं बताया गया। बताया जा रहा है कि गर्भवती महिला को करीब साढ़े तीन घंटे तक लेबर रूम में रखा गया, लेकिन परिजनों को इस बात का पता नहीं था कि महिला की मौत हो चुकी है। न ही लेबर रूम में गए चिकित्सक या अन्य स्टाफ सदस्यों ने इस बात की सूचना परिजनों को देना उचित समझा। परिजन लेबर रूम के बाहर इंतजार कर रहे थे, लेकिन जब उन्हें इस बारे में सूचना दी गई तो उनके होश उड़ गए। पुलिस भी मौके पर पहुंची थी। 22 मई को पुलिस ने पति पंकज शर्मा के बयान भी दर्ज किए। अस्पताल में आकर छानबीन की। पति पंकज शर्मा ने कहा कि पत्नी का क्षेत्रीय अस्पताल से उपचार करवाया जा रहा था। चिकित्सक द्वारा नौ मई की तारीख दी गई थी। यहां निर्धारित तिथि को चैकअप करवाने के बाद चिकित्सक ने दस दिन बाद अस्पताल आने के लिए कहा था, जिसके चलते वह पत्नी को लेकर 20 मई को यहां पहुंचे थे।

फिर डाक्टर का कोई पता नहीं

अस्पताल प्रशासन की ओर से स्वयं ही पुलिस को भी इस बारे में सूचित किया गया था, जिसके चलते पुलिस भी दलबल सहित अस्पताल पहुंची थी। देर रात लेबर रूम से चिकित्सक पुलिस सुरक्षा व्यवस्था के बीच बाहर निकला। वहीं, फिर अन्य स्टाफ को भी तुरंत ही इधर-उधर किया गया, ताकि कोई हंगामा न हो। इसके बाद चिकित्सक का कोई भी पता नहीं चल पाया।

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