ऊना बस स्टैंड पर मिली साधु की लाश

 ऊना- बस स्टैंड ऊना में दो दिन से लावारिस हालत में पड़े बाबा की शुक्रवार को मौत हो गई। पुलिस ने बाबा के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाने की विभागीय कार्यवाई शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है। जानकारी के मुताबिक यह बाबा बस स्टैंड के अंदर दो दिन से तडफ़ रहा था। हैरानी की बात है कि हर समय सैकड़ों लोगों से भरा रहने वाले बस स्टैंड पर किसी ने भी इस बाबा को अस्पताल तक पहुंचाने की जहमत तक नहीं उठाई। अस्पताल पहुंचाना तो दूर किसी ने इसकी सूचना तक स्वास्थ्य या किसी अन्य विभाग को नहीं दी। जब शुक्रवार को बस स्टैंड में गिरे बाबा की सांसें थम गई तो लोगों की भीड़ इकट्ठी होनी शुरू हो गई। तब स्थानीय दुकानदार व रोजाना बस स्टैंड आने वाले यात्री भी यही बातें करते सुनाई दिए कि शायद अगर कोई इसे अस्पताल पहुंचा देते तो शायद इसकी जान बच जाती। फिलहाल बाबा की हुई इस मौत से यह बात तो स्पष्ट है कि लोगों में धीरे-धीरे मानवीयता व दूसरों के काम आने की भावना समाप्त हो रही है। आजकल हर कोई यही सोचता है कोई मरता है तो मरे हमें इससे क्या। वहीं अब लोगों में यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या जिला में कोई भी ऐसी संस्था या संगठन नहीं है जो ऐसी हालत में मजबूर पड़े व्यक्ति को कम से कम अस्पताल तक ही पहुंचा दे। इस संदर्भ में एसपी ऊना अनुपम शर्मा ने कहा कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है। अभी तक शव की शिनाख्त नही हो पाई है।