टिहरा में 20-25 दिन बाद टपक रहे नल

धर्मपुर – जैसे-जैसे गर्मियां बढ़ती जा रही हैं क्षेत्र में पेयजल संकट और गहराता जा रहा है । टिहरा क्षेत्र में तो यह समस्या और विकराल होती जा रही है। यहां कांढ़ापत्तन-टिहरा-अवाहदेवी स्कीम की पाइपें अकसर टूटी रहती हैं, जिससे उन्हें 20 से 25 दिन के बीच में पानी मिल रहा है। लोग प्राकृतिक जल स्रोतों, बावडि़यों व खातरियों का पानी पीने को मजबूर हैं। पंचायत समिति अध्यक्ष कुलदीप, पूर्व प्रधान ग्रोड़ू प्रकाश चंद, प्रधान ग्रोड़ू मनोज, पंचायत समिति तनियार रेखा, प्रधान तनिहार प्रभाष, उपप्रधान विजय, प्रधान टिहरा सुरेंद्र, पृथ्वी चंद, प्रधान कोट यश, लता, सीमा देवी, निर्मला महिला मंडल प्रधान लगयार, जगदीश चंद, शांति स्वरूप शर्मा, ग्रयोह के प्रधान डा. रमेश चंद, पंचायत समिति सदस्य विनोद कुमार, माया देवी, सुमन, शीला, रेणु का कहना है कि उन्हें पानी की भारी किल्लत हो रही है और विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा कि कोट लगयार, सकोह, सकोहटा, मन्योह व लांबरी की हालत इतनी खराब हो गई है कि उन्हें पानी की एक-एक बूंद को तरसना पड़ रहा है।  इसके साथ हरिजन बस्ती बांदल, टिहरा, सकोहटा, धलौण, नलयाणा में बिना पानी के लोगों का जीना दूभर हो गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अब लोग आंदोलन करने को मजबूर हो गए हैं। पंचायत समिति अध्यक्ष कुलदीप चंबयाल ने कहा कि  प्राकृतिक जल स्रोतों, खातरियों, बावडि़यों आदि के जीर्णोंद्धार के लिए जिला प्रशासन से अतिरिक्त फंड मुहैया करवा विशेष कार्य योजना तैयार करके कार्य करना चाहिए।

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