दो महीने में पूरा होगा पहला चरण

धर्मशाला —  धर्मशाला में निर्माणाधीन युद्ध संग्रहालय के प्रथम चरण का कार्य आगामी दो माह में पूरा कर लिया जाएगा तथा संग्रहालय में प्रदर्शित की जाने वाली महत्त्वपूर्ण सामग्री का भी निर्धारण कर लिया गया है। इसे तय करने के लिए गठित उपसमिति ने गहन शोध और श्रम करके संग्रहालय में दर्शाई जाने वाली सामग्री के बारे में पर्याप्त जानकारी जुटाई है। इस समाग्री की खरीद के लिए अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी के नेतृत्व में एक समिति गठित की गई है, जिससे शीघ्र सामग्री खरीद कर इसे बिना समय गंवाए स्थापित किया जा सके। डीसी सीपी वर्मा ने गुरुवार को युद्ध संग्रहालय के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने जिला प्रशासन एवं संबंधित विभागों के उच्चाधिकारियों, सेना के वर्तमान एवं सेवानिवृत्त अधिकारियों तथा संग्रहालय निर्माण का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञों के साथ युद्ध संग्रहालय के स्वरूप एवं साज सज्जा को अंतिम रूप देने को लेकर गहन विचार-विमर्श किया। उन्होंने संग्रहालय में प्रदर्शित की जाने वाली महत्त्वपूर्ण सामग्री के निर्धारण के लिए गठित की गई कमेटी के बेहतर कार्य के लिए इसके सभी सदस्यों की सराहना की।  संग्रहालय में वीर शहीदों की मूर्तियां एवं उनकी जीवन गाथाएं, बाहरी एवं अंदरूनी दीवारों पर युद्धों से जुड़े भित्ति चित्र, प्रतिमाएं, दुर्लभ फोटोग्राफ्स, ध्वज, भारत के युद्धों और संघर्षों की शिक्षा एवं देशभक्ति को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक महत्त्व से जुड़ी चीजों के संग्रह, संरक्षण, व्याख्या और सैन्य साजोसामान की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। बैठक में मुख्य आर्किटेक्ट लोक निर्माण विभाग शिमला एनके नेगी, मुख्य अभियंता लोक निर्माण एसके गंजू, एसडीएम श्रवण मांटा, सैनिक कल्याण विभाग के उप-निदेशक स्क्वाड्रन लीडर मनोज राणा, वरिष्ठ आर्किटेक्ट लोक निर्माण विभाग शिमला पीएस नेगी, आर्किटेक्ट एलएम मस्ताना, सेना के अधिकारी, युद्ध संग्रहालय समिति के सदस्य सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर एससी पाठक, विंग कमांडर एसवी राणा, कर्नल यश जसरोटिया, कर्नल जीबी थापा और कर्नल वाईएस राणा सहित सेना के अलग-अलग अंगों से सेवानिवृत्त अधिकारी उपस्थित रहे।

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