नेरचौक-रंगड़ों के काटने से मौत

 नेरचौक- बल्ह घाटी के भ्यारटा गांव में रंगडों के काटने से एक गरीब परिवार के इकलौते कमाने वाले व्यक्ति की मौत हो गई है। गांव के रमेश कुमार पुत्र माघु राम को रविवार को रंगड़ों ने बुरी तरह से काट खाय, जिसके बाद रमेश कुमार ने मंडी अस्पताल में दम तोड़ दिया। रमेश कुमार अपने परिवार में इकलौता कमाने वाला था। रमेश मिस्त्री का काम करता था और मुश्किल से परिवार का पेट पाल रहा था, लेकिन अब यूं उसकी मौत से परिवार पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। रमेश कुमार की मौत के बाद उसके पीछे उसकी बूढ़ी बीमार मां, पत्नी चंपा देवी, बेटी शालु (21) और (19) बेटा भूप सिंह रह गए हैं। जानकारी के अनुसार रमेश कुमार रविवार को हर रोज की तरह काम के लिए घर से बाहर गया हुआ था। दोपहर बाद रमेश जब घर वापस लौट रहा था तो रास्ते में रंगड़ों ने उस पर हमला बोल दिया। लोगों ने बड़ी मुश्किल से रमेश को रंगड़ों के हमले से बचाया, लेकिन तब तक रंगड़ उसे बुरी तरह से काट चुके थे। इसके बाद बेहोशी की हालत में उसे नागरिक अस्पताल रत्ती पहुंचाया गया, जहां पर बिगड़ती हालत को देख चिकित्सकों ने उसे क्षेत्रीय अस्पताल मंडी के लिए रैफर कर दिया, लेकिन उसकी जान बचाई नहीं जा सकी। वहीं तहसीलदार बल्ह जय गोपाल शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। सरकार की तरफ से पीडि़त परिवार को हरसंभव सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी। उधर, जिला परिषद जगदीश नायक ने बताया कि रमेश कुमार का परिवार आईआरडीपी में भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार रमेश कुमार के परिवार को उचित सहायता प्रदान करे।