बंद स्कूलों में अब आंगनबाड़ी केंद्र

सोलन —  जिला में बंद हो चुके प्राथमिक स्कूलों के भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाने की तैयारी की जा रही है। सोलन जिला में पांच प्राथमिक स्कूलों में बच्चे न होने की वजह से ताले लटके हैं, जबकि 159 स्कूलों को भी जल्द मर्ज किए जाने की तैयारी की जा रही है। भविष्य में इन सभी भवनों में भी आंगनबाड़ी केंद्र खोले जा सकते हैं। जानकारी के अनुसार सोलन में अब तक पांच प्राथमिक विद्यालयों को बंद किया जा चुका है। इन स्कूलों में बच्चों की संख्या पांच से भी कम थी, जिसकी वजह से इन्हें बंद कर दिया गया है। बंद किए गए स्कूलों में प्राथमिक विद्यालय बडूह, चमधार, भूरिया, दयाली और बझोलू शामिल हैं। इन विद्यालयों के भवनों में बीते कई माह से ताले लटके हुए हैं। विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण कर रहे गिने-चुने बच्चों को आसपास के विद्यालयों में शिफ्ट कर दिया गया है। शिक्षा विभाग ने ऐसे 159 स्कूलों की सूची तैयार की है, जहां पर छात्रों की संख्या दस से कम है। इन विद्यालयों की सूची फिलहाल सरकार को भेजी गई है। भविष्य में इन विद्यालयों को भी बंद किया जा सकता है। यह विद्यालय शिक्षा खंड कुठाड़, नालागढ़, कंडाघाट में स्थित है। प्राथमिक  विद्यालयों बंद होने के बाद शिक्षा विभाग के लिए सबसे बड़ा प्रश्न यह पैदा हो गया है कि आखिर करोड़ों रुपए के इन भवनों का क्या किया जाए। जल्द ही निदेशक शिक्षा विभाग द्वारा इस बारे में बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि बंद पड़े सभी विद्यालय भवनों में आंगनबाड़ी केंद्र खोले जा सकते हैं। करोड़ों रुपए के भवन खंडहर में न तबदील हों, इसलिए ऐसा किया जा सकता है।

अधिकारिता विभाग के नाम होंगे भवन

बताया जा रहा है कि विधानसभा चुनावों से पहले प्राथमिक शिक्षा विद्यालयों के 164 भवन खाली हो सकते हैं। इन भवनों को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के नाम पर किए जाने की प्रक्रिया बैठक में होने वाले फैसले के बाद ही शुरू होगी।

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