बल्ह में राहत के लिए लगाए नारे

नेरचौक – बल्ह घाटी में तूफान व ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। किसानों द्वारा तैयार की गई फसल तबाह को चुकी है। इस बाबत किसानों ने शनिवार को डडौर में उपमंडल कार्यालय के बाहर नुकसान की भरपाई व फौरी राहत की मांग को लेकर प्रदर्शन कर उपमंडलाधिकारी बल्ह संजीव धीमान को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें प्रभावित किसानों ने प्रशासन व सरकार से नुकसान का जायजा लेने व फौरी राहत देने की मांग की । वहीं कृषि विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार भारी तूफान व ओलावृष्टि से घाटी में करीब 45 करोड़ का नुकसान नकदी फसलों का हुआ है। उपमंडल कार्यालय बल्ह पहुंचे सैकड़ों प्रभावित किसानों ने प्रशासन व सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए सरकार से गुहार लगाई है कि अगर प्रभावित सब्जी उत्पादक किसानों को एक सप्ताह में फौरी राहत व मुआवजा नहीं मिला, तो प्रभावित लोग सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी पूर्णतया प्रशासन व सरकार की होगी। प्रभावित प्रेम लाल, हेम राज, हरि सिंह, सुभाष चंद, रमेश कुमार, सुखराम, हंस राज, भवानी सिंह, मीरा, सुषमा, टेक चंद, परदेव, राजकुमार, हरनाम, खूब राम, मोहन लाल, रणवीर, महेंद्र, श्याम लाल, बसंत राम, सुरेश कुमार, कपूर चंद, राजकुमारी, लेख राम, नरपत राम, रमेश कुमार सहित सैकड़ों किसानों ने बताया कि उन्होंने महंगा बीज खरीदकर लोगों से जमीन लीज पर लेकर टमाटर व अन्य सब्जियों को दिन-रात मेहनत कर उगाया, जो कि कुछ ही पलों में नष्ट हो गई। इस बारे में उपमंडलाधिकारी बल्ह संजीव धीमान का कहना है कि ओलावृष्टि व आंधी तूफान से सब्जी उत्पादक किसानों का जो नुकसान हुआ है, उसकी रिपोर्ट तैयार करने में राजस्व विभाग के कर्मचारी जुटे हुए हैं। प्रभावित क्षेत्रों का वह स्वयं भी दौरा कर जायजा ले रहे हैं। शीघ्र रिपोर्ट तैयार कर सरकार को भेज दी जाएगी। ताकि किसानों को फौरी राहत व मुआवजा समय पर मिल सके।

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