बाबा के खिलाफ कोर्ट में चालान

मंदिर में तेंदुओं की खाल मिलने के केस में सीआईडी ने आगे बढ़ाई कार्रवाई

सोलन  – रामलोक मंदिर रूढ़ा के संचालक बाबा अमरदेव पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। बाबा के खिलाफ प्रदेश सीआईडी ने तेंदुए के चार खाले पकड़े जाने के आरोप में कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। जानकारी के अनुसार करीब एक वर्ष पहले सीआईडी ने बाबा अमरदेव के रूढ़ा स्थित रामलोक मंदिर से तेंदुए की चार खालें बरामद की थीं। राजनीतिक दबाव होने की वजह से मामले की छानबीन में ही करीब एक वर्ष का समय लग गया। सबसे अधिक समय देहरादून से आने वाली रिपोर्ट में लगा है। रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि बाबा से पकड़ी गई खाले तेंदुए की ही हैं। इसके बाद सीआईडी ने अपनी जान बचाने के लिए मामला डीएफओ सोलन को सौंपा था, लेकिन डीएफओ द्वारा इस मामले को फिर से सीआईडी को भेज दिया गया। आखिर   अरसे के बाद बाबा अमरदेव के खिलाफ सोलन में चालान पेश कर दिया गया है। चालान पेश होने के बाद बाबा अमरदेव की मुश्किलें और भी अधिक बढ़ गई हैं। आने वाले दिनों में बाबा पर कानूनी शिकंजा और अधिक कसा जा सकता है। एसपी सीआईडी अशोक कुमार ने बताया कि बाबा अमरदेव से बरामद की गई तेंदुए की चार खालों के मामले में कोर्ट में चालान पेश कर दिया गया है। गौर हो कि रामलोक मंदिर रूढ़ा में बाबा अमरदेव तेंदुए की खाल पर बैठकर तपस्या करता था।  बाबा के पास कई मंत्रियों और अधिकारियों का आना-जाना लगा रहता था। यही वजह है कि इस मामले में पूरे एक वर्ष के बाद कोर्ट में चालान पेश हुआ है।

23 को तहसीलदार ने किया है तलब

बाबा पर यह भी आरोप है कि रूढ़ा स्थित रामलोक मंदिर अवैध रूप से सरकारी जमीन पर बनाया जा रहा है। तहसीलदार कंडाघाट ने बाबा अमरदेव को सम्मन जारी किया है और यह भी पूछा है कि क्यों न सरकारी जमीन से बेदखल कर दिया जाए। 23 मई को बाबा को तहसीलदार कंडाघाट की अदालत में पेश होने के आदेश जारी किए गए हैं।

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