‘ सरल ’ शब्द महिला के जीवन में कम ही होता है…
आपके लिए हिमाचल केवल व्यापार की जगह है या कुछ और?
नहीं, हिमाचल में जो वातावरण है वैसा नहीं मिल सकता। एक उदेश्य यह भी रहा कि मेरा स्वास्थ्य भी बीच में ठीक नहीं रहा था, जिसके चलते यहां होटल बनाने का मकसद लोगों को भी यहां के स्वच्छ वातावरण में लाना था।
होटल व्यवसाय में ही क्यों रुचि हुई?
कुछ अलग करना चाहती थी। जिसमें मैं अपनी एक अलग पहचान बना सकूं। पति जिस तरह से एक सफल बिजनेस मैन हैं, उन्हीं की तरह मैं भी एक बेहतर और सफल बिजनेस वूमन बनना चाहती थी।
पहाड़ों के करीब आने से आपके जीवन में आया अंतर?
बहुत अच्छे से देश-विदेश की काफी सैर की, लेकिन हिमाचल में कारोबार करना अन्य राज्यों से काफी अलग व हटकर है। होटल की मार्केटिंग के लिए हर जगह जाना पड़ता है।
कहां…कहां पर्यटन संभावनाएं देखती हैं?
हंसते हुए, संभावनाएं हर जगह हैं। अगर व्यक्ति में स्वयं काम करने की जील हो, तो वह कहीं पर भी अपने पर्यटन का कारोबार तलाश सकता है। वैसे होटल के कारोबार की अगर बात करें तो हिमाचल सहित कई ऐसे राज्य हैं, जहां पर पर्यटन की अपार संभावनाएं है।
जो सैलानी को केवल हिमाचल दे सकता है?
वे हैं यहां का स्वच्छ वातावरण, यहां की संस्कृति धरोहरें, जो अन्य जगहों के मुकाबले अलग हैं। यहां के भोले-भाले लोग, आपसी भाईचारा व प्रेमभाव। ये सब और कहीं नहीं हैं।
जहां हिमाचल का पर्यटन पिछड़ जाता है?
जब पर्यटक को सुविधा के नाम पर ठगा जाता है, जो वादे उनसे किए जाते हैं। उनका पूरा न होना। खराब सड़कें व आने- जाने के लिए बेहतर सुविधाएं न मिलना भी एक बड़ा कारण है।
पर्यटन राज्य बनने के लिए हिमाचल को कहां तरजीह देनी होगी?
पर्यटन राज्य बनाने के लिए पहले तो सफाई व्यवस्था के साथ-साथ जो रमणीय स्थल हैं, जिनका जीर्णोद्धार नहीं हुआ है, सरकार को चाहिए कि उन स्थलों को भी पर्यटन की दृष्टि से उबारा जाना चाहिए। देश- विदेश से आने वाले सैलानियों का स्वागत भी हर जगह बेहतर होना चाहिए। प्रकृति ने हिमाचल को सुंदर बनाने में कोई कमी नहीं रखी है, लेकिन राज्य सरकार इसे भुना नहीं पा रही है।
होटल व्यवसाय में स्वरोजगार ढूंढते हिमाचली युवाओं को आपकी राय?
जिस भी कार्य में प्रवेश करें, उसकी शुरुआत अधूरी नहीं होनी चाहिए। प्रोफेशनल तरीके से ही हर व्यवसाय को शुरू करना चाहिए। जब तक किसी काम की जानकारी पूरी नहीं होगी, तो वह अपने किसी भी काम में सफल नहीं हो सकेगा।
पूरे विश्व के अलग-अलग पर्यटन मॉडलों में से किस देश या राज्य को आप उत्तम मानती हैं और क्यों?
देशभर में मैं मनाली को ही अपने पर्यटन मॉडल के रूप मानती हूं। हालांकि अभी भी यहां कई चीजों की कमी है, लेकिन अगर सरकार ध्यान दे तो सब कुछ संभव हो सकता है। पर्यटन सीजन में सबसे अधिक सैलानी यहां देशभर से आते हैं। मनाली अन्य राज्यों से हटकर है। सैलानियों की अधिक संख्या होने के बाद भी यहां सीजन के दौरान सैलानी आसानी से घूमने का आनंद ले पाते हैं। मनाली में जो भी कमी क्यों न हो, मुझे यह पंसद है। उत्तम इसलिए भी है, यहां भारत की बात करें तो मनाली में सैलानियों को घूमने के लिए और वहां तक पहुंचने के लिए भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होती। बर्फ देखने के साथ-साथ सैलानी यहां देवी-देवताओं के दर्शन और उनका इतिहास से रू-ब-रू होगा। यहां की हर चीज निराली है।
कोई ऐसा अनुभव, जिसने आपको महिला सोच से एकदम अलग खड़ा कर दिया है?
मेरा अपना पैशन। जिसमें मैं एक महिला नहीं बल्कि पुरुष की तरह अपने कारोबार को चलाती हूं।
औरत के लिए जीत के मायने कितने कठिन, कितने सरल?
हां, महिलाओं को हर चीज आसानी से नहीं मिलती। जीत हासिल करने के लिए उन्हें काफी संर्षघ करना पड़ता है। उसके बाद जीत मिलना काफी मायने रखता है। ‘सरल’ शब्द महिला के जीवन में कम ही होता है।
कोई एक तमन्ना जिसे व्यवसाय के रास्ते पूरा करना चाहती हैं?
नहीं कोई खास नहीं, लेकिन हां अपने पैशन से हटकर पीडि़त महिलाओं के लिए जरूर जीवन में कुछ करना चाहती हूं। जिसके लिए जल्द कार्य शुरू करूंगी।
- शालिनी राय, कुल्लू
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