रौंगटे खड़े क्यों होते हैं

अपने कई बार अपने शरीर में रौंगटे खड़े होते हुए अनुभव किए होंगे। ऐसा पिलोमोटर रिफ्लेक्स के कारण होता है। आदिकाल में जब भी मानव को किसी प्रकार के खतरे की आशंका होती थी या उसे अपना तापमान बढ़ाने की आवश्यकता पड़ती थी, तो उसके रौंगटे खड़े हो जाते थे। जिससे उसके बालों के आकार में कुछ बढ़ोत्तरी हो जाया करती थी। हालांकि शरीर का यह गुण अब उपेक्षित हो गया है, लेकिन विकासक्रम के उस दौर के लक्षण आज भी रौंगटे के रूप में हमारे साथ हैं।

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