शिमला: में मजदूरों का धरना-प्रदर्शन

शिमला — मजदूरों की मांगों को लेकर मंगलवार को शिमला में विशाल रैली निकाली गई। रैली पंचायत भवन से सचिवालय तक निकाली गई। रैली में प्रदेश भर से हजारों मजदूरों ने भाग लिया। मजदूरों ने सचिवालय के बाहर धरना-प्रदर्शन कर नारेबाजी की। सचिवालय के बाहर मजदूरों को संबोधित करते हुए सीटू के राष्ट्रीय सचिव डा. कश्मीर सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया कि केंद्र व राज्य सरकारें लगातार उद्योगपतियों के पक्ष व मज़दूरों के खिलाफ काम कर रही है। मनरेगा में जहां 50 दिन का कार्य करने पर कल्याण बोर्ड में पंजीकरण किया जाता था उसे केन्द्र की मोदी सरकार ने 90 दिन कर दिया। श्रम कानूनों में मज़दूर विरोधी फेरबदल किए जा रहे है जिससे देश में 70 प्रतिषत मज़दूर श्रम कानूनों के तहत मिलने वाली सुविधाओं से बाहर हो जाएंगे। उद्योगपतियों को मज़दूरों का शोषण करने की खुली छूट मिल जाएगी। हाल ही में ई. पी. एफ. का षेयर 12 प्रतिशत से घटा कर 10 प्रतिशत किया जा रहा है ताकि उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जा सके। दूसरे केन्द्र सरकार ई. पी. एफ. योजना व ई. एसआई को राज्य सरकारों के अधीन करने जा रही है। केंद्र सरकार अपनी जिम्मेवारियों से पीछे हट रही है। राज्य सरकारें इन योजनाओं को सही ढंग से नहीं चला पाएगी। केन्द्र सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने के प्रयास कर रही है।