समसामयिकी

By: May 3rd, 2017 12:07 am

आम आदमी की उड़ान

cereerनरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में सस्ती उड़ान की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा कि हिमाचल की भूमि का युवा देश में नया बदलाव ला सकता है। मोदी ने कहा कि अगर युवाओं को अवसर मिलेगा, तो वे देश की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल देंगे। उन्होंने कहा कि  देश का गरीब हवाई चप्पल पहनता है, मैं चाहता था कि हवाई चप्पल वाला व्यक्ति हवाई जहाज में बैठे। अब यह बात सच हो रही है।

2016 में हुई थी शुरुआत

मोदी सरकार ने उड़ान की शुरुआत अक्टूबर 2016 में रीजनल कनेक्टिवटी स्कीम के तहत की गई थी। इस महत्वाकांक्षी स्कीम का मकसद हवाई उड़ान को छोटे शहरों तक पहुंचाना और किराया कम रखना था, जिससे छोटे शहर के लोग उड़ान स्कीम का ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकें। शिमला से दिल्ली के बीच की पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाने के अलावा पीएम मोदी ने दो और फ्लाइट्स को हरी झंडी दिखाई। एयर इंडिया की क्षेत्रीय इकाई अलायंस एयर के तहत इन फ्लाइट्स को आपरेट किया जाएगा। 15 जून, 2016 को शुरू हुई नेशनल सिविल एविएशन पालिसी उड़ान का अहम हिस्सा है। इस स्कीम के तहत हवाई यात्रा के लिए 500 किलोमीटर और 1 घंटे के सफर की कीमत 2,500 रखी गई है। इसी आधार पर अन्य रूटों का भी किराया निर्धारित किया गया है। पीएम मोदी के क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के विजन को पूरा करते हुए एविएशन मिनिस्टर अशोक गजपति राजू ने 128 रूट्स और 5 आपरेटरों को उड़ान स्कीम में शामिल किया है.

उड़ान स्कीम की अहम बातें-

उड़ान स्कीम के तहत 45 ऐसे एयरपोर्ट्स जो सेवा में नहीं हैं, उन्हें एयर नेटवर्क में कनेक्ट किया गया है। छोटे शहर टियर-2 और टियर-3 के 13 एयरपोर्ट्स, जहां ज्यादा फ्लाइट्स नहीं चलती थीं वहां अब अधिक फ्लाइट्स होंगी, जिससे इन शहरों के लोगों को उड़ान स्कीम का फायदा मिल सके। उड़ान के तहत 5 आपरेटर्स का चयन हुआ है जोकि एयर इंडिया की सबसिडायरी अलाइड सर्विसेज, स्पाइसजेट, एयर डेक्कन, एयर ओडिशा, टर्बो मेघा हैं।

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