एंटी हेलगन पर ओलों की बरसात

ऊपरी शिमला में बागबानी बचाने की अत्याधुनिक तकनीक फेल, सेब की आधे से ज्यादा फसल तबाह

ठियोग  – कोटखाई क्षेत्र उबादेश के कलबोग बाघी रतनाड़ी पंचायतों के अलावा कुमारसेन में भारी ओलावृष्टि से सेब की फसल को भारी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा नुकसान कलबोग, सिहल जदूण पंचायतों में हुआ है । हैरान कर देने वाली बात यह है कि यहां इन्हीं पंचायतों में पहले भी एक बार भारी ओलावृष्टि हो चुकी है, जबकि क्षेत्र में तीन जगह पर एंटी हेलगन भी लगी हुई है। बावजूद इसके लाखों की फसल तबाह हो चुकी है। बताया जा रहा है कि एंटी हेलगन भी पूरी तरह से काम नहीं कर रही है। इस समय क्षेत्र में सेब की आधे से ज्यादा फसल तबाह हो चुकी है। बागबानों का कहना है कि आने वाले साल पर भी इस भारी ओलावृष्टि का असर रहेगा क्योंकि सेब के पेड़ों के छिलके तक निकल गए हैं, जबकि इसके अलावा कुमारसेन क्षेत्र के ग्राम पंचायत भरेड़ी में आए भयंकर ओलावृष्टि व तूफान से जहां फसलें तबाह हुई हैं वहीं कुछ बागबानों के तो पौधे तक ही उखड़ गए हैं।   नारकंडा के जदूण, सिहल गलानी दारों टिक्कर के कई इलाकों में भारी ओलावृष्टि हुई है। कुमारसेन के ही किरटी पंचायत में लोगों की सब्जियों को भी भारी नुकसान हुआ है। तहसीलदार कोटखाई बीके नेगी ने बताया कि कोटखाई के कलबोग बाघी रतनाड़ी पंचायतों में बागबानों की सेब की 50 फीसदी फसल तबाह हो गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी सोमवार शाम के समय कोटखाई के साथ लगती पंचायतों में काफी अधिक ओलावृष्टि हुई है, जिससे सेब की फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि बाघी के साथ ऐन्टी हेलगन भी लगी है जिसे लोगों ने अपने निजी पैसे से लगाया है लेकिन बावजूद इसके इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा भारी ओलावृष्टि हुई है। ठियोग के आसपास के क्षेत्रों में भी तूफान व तेज बारिश के कारण सेब व सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। तूफान के कारण कई जगह सेब झड़ने की भी खबरें आई है। ठियोग में शाम के समय हुई तेज बारिश से खेतों में लगी मटर-फूलगोभी की फसलों को भी क्षति पहुंची है और यहां पर भी कई जगह हल्की ओलावृष्टि के कारण नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों बागबानों ने सरकार से मांग की है कि क्षेत्र में जल्द से जल्द नुकसान का आकलन किया जाए और प्रभावितों को नुकसान का मुआवजा दिया जाए।

नेरचौक में मकान की छत उड़ी, गोशाला ध्वस्त

नेरचौक— मंगलवार को साढे़ चार बजे के करीब आए तूफान के चलते नेरचौक में एक मकान की छत गिर गई। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त घर के कुछ सदस्य घर के भीतर ही थे।  छत गिरने के कारण मकान के साथ बनी हाल ही में छत्तीसगढ़ में शहीद हुए सुरेंद्र ठाकुर के परिवार की गोशाला को भी भारी नुकसान हुआ है। नुकसान लाखों में हुआ बताया जा रहा है, लेकिन इस हादसे में शुक्र यह रहा कि गोशाला में काम कर रहे शहीद के परिवार के दो सदस्य भी बाल-बाल बच गए  जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सायं साढ़े चार बजे के करीब आए जोरदार तूफान के कारण नेरचौक के बसंत सिंह के मकान की छत उड़ गई। छत गिरने के कारण मकान के स्लैब को भी दरारें आ गई हैं। तूफान के कारण बसंत सिंह के मकान की छत उखड़कर साथ लगती शहीद सुरेंद्र ठाकुर के परिवार की गोशाला  पर गिरी है।

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