केलांग-लेह मार्ग पर 18 घंटे फंसे रहे हजारों सैलानी
भारी बारिश, भू-स्खलन के चलते परसेऊ के पास 100 मीटर सड़क धंसने से आधी रात आई मुसीबत
केलांग— भू-स्खलन के चलते मंगलवार देर रात केलांग-लेह मार्ग परसेऊ के पास बंद हो गया और करीब 18 घंटे तक शून्य से नीचे के तापमान पर देश-विदेश के सैलानी भूखे-प्यासे वहां फंसे रहे। बुधवार दोपहर को सड़क बहाली के बाद उन्हें वहां से निकाला जा सका। हालांकि सैकड़ों स्थानीय लोग भी इस दौरान सड़क पर फंसे थे, लेकिन बाहरी राज्यों से लेह घूमने गए सैलानियों के लिए मार्ग बंद होने पर इस तरह से फंसे रहना किसी चुनौती से कम नहीं था। लोगों ने सड़क किनारे अपने-अपने वाहनों के अंदर ही पूरी रात गुजारी। ऐसे में सैलानियों को किस परेशानी का सामना करना पड़ा, उसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि मंगलवार देर रात शुरू हुई भारी बारिश के चलते नदी-नालों में जहां पानी का स्तर बढ़ गया, वहीं तेज बारिश के चलते देर रात्रि करीब एक बजे परसेऊ व जिंगजिंगबार के बीच भू-स्खलन हुआ और करीब सौ मीटर तक सड़क धंस गई। इसके चलते मार्ग पूरी तरह से वाहनों की आवाजाही के लिए बंद हो गया। वहीं, दूरसंचार व्यवस्था भी ठप हो जाने के चलते लोग एक-दूसरे से संपर्क नहीं कर पाए। घटना की सूचना मिलते ही बीआरओ की टीम मौके पर मार्ग खोलने में जुटी रही और बुधवार दोपहर करीब दो बजे के बाद मार्ग को बहाल किया जा सका। मार्ग बहाल होते ही लोग सुरक्षित घरों की ओर निकले। हालांकि इस घटना में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ। बताया जा रहा है कि जो जत्था सिंधु दर्शन के लिए गया था, उसमें काफी बुजुर्ग भी शामिल थे और उन्हें इस दौरान काफी दिक्कत झेलनी पड़ी। बता दें कि जिस स्थान पर भू-स्खलन हुआ, वह जिला मुख्यालय केलांग से 70 किलोमीटर व दारचा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। केलांग थाना प्रभारी ललित महंत ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि केलांग और लेह के बीच परसेऊ से लेह की ओर दो स्थानों में भू-स्खलन हुआ था। लाहुल-स्पीति के उपायुक्त देवा सिंह नेगी ने बताया देर रात घटना की सूचना मिलते ही बीआरओ को इस संबंध में सूचित कर दिया गया था। साथ ही प्रशासन की ओर से लोगों की सुविधा के लिए उन्हें पैकिंग भोजन, मेडिकल सुविधा भेज दी गई थी। बुधवार दोपहर दो बजे मार्ग को बहाल कर दिया गया है। सभी लोग सुरक्षित हैं और किसी को भी किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई है। बीआरओ कमांडर एके अवस्थी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही बीआरओ के जवानों ने मार्ग खोलने का काम शुरू कर दिया और लगातार काम में डटे रहे। बुधवार दोपहर करीब दो बजे सड़क बहाल कर दी गई।
सिंधु दर्शन को गया जत्था भी फंसा
सिंधु दर्शन को लेह गए करीब 430 यात्री भी मार्ग अवरुद्ध हो जाने से यहां रात भर फंसे रहे। जब यह जत्था जिला मुख्यालय केलांग वापस नहीं लौटा तो छानबीन पर घटना का पता चला। केलांग से अमर सिंह कुछ साथियों संग उनकी मदद को गए, लेकिन जाम के चलते घटनास्थल तक नहीं पहुंच सके। दूरसंचार व्यवस्था ठप होने से किसी से संपर्क भी नहीं हुआ। जत्थे में बाहरी राज्यों से आए कई सेवानिवृत्त अधिकारी, पूर्व विधायक सहित कई बुजुर्ग शामिल थे। उन्होंने घटना की जानकारी प्रोफेसर चंद्रमोहन परशिरा को दी। फिर यह जानकारी जिला प्रशासन को दी गई और सड़क बहाली का काम शुरू हो गया।
आज भारी बारिश की चेतावनी
शिमला— गुरुवार यानी 29 जून को प्रदेश के मैदानी और मध्यवर्ती क्षेत्रों में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। चार जुलाई तक इन क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहेगा। बुधवार को हुई बारिश के चलते अधिकतम और न्यूनतम तापमान में दो से पांच डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है।
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