दिल्ली-लेह मार्ग बहाल

आठ महीने बाद शुरू हुई बस सेवा, पहले दिन लेह गए बीस यात्री

कुल्लू— देश का सबसे लंबा दिल्ली-लेह मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल हो गया है। यह प्रदेशवासियों के लिए ही नहीं बल्कि देश-विदेश से लेह-लद्दाख घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए खुशखबरी है।  16400 फीट ऊंचे बारालाचा और 17582 फीट ऊंचे तांगलांग दर्रे खुलते ही बुधवार को देश के सबसे लंबे रूट दिल्ली-मनाली पर आठ महीने के बाद एचआरटीसी की बस सेवा शुरू हुई है। अब दिल्ली से लेह 1245 किलोमीटर लंबे रूट पर 30 घंटे का रोमांच सफर कर देश-विदेश के लोग बारालाचा, तांगलांग दर्रे सहित अन्य पर्यटन स्थल तथा लेह का दीदार करेंगे। दिल्ली से लेह तक का बस किराया निगम प्रबंधन ने 1380 रुपए निर्धारित किया गया है। पहले दिन केलांग से निगम की बस सुबह पौने छह बजे निकली। इसमें हिमाचल पथ परिवहन निगम केलांग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक, इंस्पेक्टर के साथ-साथ बीस यात्री भी लेह निकले हैं। गुरुवार को यह बस वहां से रवाना होगी और उसके बाद दिल्ली और लेह के बीच बस चलेगी। बस की समयसारिणी चार बजे रहेगी। मनाली-लेह मार्ग बहाल होते ही अब इस मार्ग से भारतीय सेना के ट्रक भी भारत-चीन सीमा पर तैनात भारतीय सैनिकों तक रस्द, गोला-बारूद नजदीकी रास्ते से पहुंचाएंगे। भारतीय सेना की गाडि़यां अब सीधी पठानकोट से पलचान और पलचान से हिमाचल की सीमा सरचू होते हुए भारत-चीन सीमा पर पहुंचेंगी। यह मार्ग नजदीक पड़ता है।

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