फीस बढ़ रही और रुक रहे रिजल्ट

सुजानपुर – प्रदेश में कानून-व्यवस्था बेहाल हो चुकी है। महिला उत्पीड़न, बेरोजगारी, खनन माफिया, वन माफिया, ड्रग माफिया, बेखौफ होकर सक्रिय है। हिमाचल प्रदेश शांतिप्रिय हिमाचल प्रदेश है और इस तरह की घटनाएं प्रदेश के माहौल को खराब कर रही है। उक्त शब्द छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक अंकुश धीमान ने आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कहे। उन्होंने बताया कि हाल ही में नूरपुर जिला कांगड़ा 25 एवं 26 जून को संगठन की बैठक आयोजित हुई। इसमें संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेश ठाकुर ने शिरकत की, जिसमें दो प्रस्ताव पारित किए गए। उन्होंने बताया कि वर्तमान में प्रदेश जो शांतिप्रिय प्रदेश होता था उस में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। इसके साथ ही प्रदेश में माफिया का राज हो गया है। इसके लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है, साथ ही दूसरे प्रस्ताव में बताया गया कि प्रदेश का वर्तमान शैक्षणिक परिदृश्य पूरी तरह फ्लाप हो चुका है, सरकार आनन-फानन में स्कूल कालेजेज खोल रही है।  स्कूल व कालेज मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं, फीस वृद्धि पर कोई अंकुश नहीं है। यह सब विश्व विद्यालय प्रशासन की असफलता को दर्शाता है। सेमेस्टर सिस्टम में खामियां, छात्रों को आधा-अधूरा परीक्षा परिणाम से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। संगठन सेमेस्टर सिस्टम को जल्द बंद करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बीएड कालेजों में जो मनमानी फीस वसूली जा रही है उसपर विश्वविद्यालय कोई कंट्रोल नहीं कर रहा। केंद्रीय विश्वविद्यालय के मुद्दे पर सरकार मूकदर्शक बनी हुई है, छात्रसंघ चुनावों को बंद कर छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया है। इसके लिए संगठन प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी जारी करता है कि जल्द से जल्द संबंधित मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो परिषद उग्र आंदोलन करेगी। उन्होंने बताया कि तीन जुलाई से प्रदेशभर के महाविद्यालय में नए विद्यार्थियों के स्वागत व आम छात्रों की समस्याओं पर पर्चा वितरण किया जाएगा। इसके साथ ही पांच जुलाई को स्थानीय, प्रदेश स्तरीय मांगों को लेकर प्रधानाचार्य को ज्ञापन सौंपा जाएगा।

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