भारतीय बेटी के नाम से ग्रह

उम्र का बड़े कार्यों से कोई लेना-देना नहीं होता। यह बात इस 16 वर्षीय होनहार सहिति ने साबित कर दी। बंगलूर में पढ़ने वाली सहिति पिंगली ने अपने शहर की एक झील को प्रदूषित होने से बचाने का नया तरीका खोज निकाला है और इसके लिए सहिति के सम्मान में एमआईटी लिंकन लैबोरेटरी ने एक ग्रह को सहिति का नाम दे दिया।  बंगलूर की रहने वाली सहिति मिशिगन यूनिवर्सिटी में एन्वायरनमेंटल एंड वाटर रिसोर्स इंजीनियरिंग में पढ़ रही है। सहिति ने एक ऐप विकसित की थी, जो वाटर टेस्टिंग के लिए डाटा इकट्ठा करती है। यह ऐप इलेक्ट्रॉनिक सेंसर पर काम करती है, जिसकी मदद से वाटर सैंपल के फिजिकल और केमिकल पैरामीटर को मापा जात सकता है। गौर रहे कि एमआईटी को छोटे ग्रहों के नामकरण का दर्जा मिला है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सहिति इंटरनेशनल साइंस फेयर में शामिल हुई थीं। यहां अर्थ एंड एन्वायरनमेंटल साइंस कैटेगरी में सहिति को द्वितीय पुरस्कार मिला। इस खुशी में एमआईटी ने सहिति के नाम पर ग्रह का नाम रखने का विचार किया।

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