रोहड़ू के रोहल में बादल फटा

पोखरी में जोरदार बारिश-ओलावृष्टि से पांच गांवों को जोड़ने वाली सड़क बही

रोहड़ू – रोहड़ू की चिढ़गांव तहसील के रोहल पंचायत में  बादल फटने जमकर तबाही हुई। करीब एक घंटा ओलावृष्टि व तेज बारिश ने बागबानों व किसानों की सालभर की मेहनत पर पानी फेर दिया है। लोगों की मानें तो कुदरत का यह कहर यहां के बुजुर्गों ने जिंदगी में पहली बार देखा। बारिश और ओलावृष्टि से जहां सेब को नुकसान पहुंचा है, वहीं सैकड़ों हेक्टेयर  में मटर व जौ, गेहूं, चौलाई, बथुआ, राजमाह व मक्की की फसल भी तबाह हो चुकी है।  इसके अलावा पांच गांवों को जोड़ने वाली सड़क भी कई जगह से टूट चुकी है। लोगों के मुताबिक रोहल के पोखरी नामक स्थान पर बादल फटने के कारण अत्यधिक तेज बारिश व ओलावृष्टि हुई है। पानी का तेज बहाव सड़क को काटते हुए सारा मलबा खेतों में घुस गया है, जिससे कई खेतों में फसलें  दब चुकी हैं। वहीं, गइचवाड़ी गांव की बावड़ी का एक हिस्सा भी बह गया है।   राजीव, कृपाल शांता कुमार, पवन,सुरेश, जोगिद्र मेहता, सन्नी,बंता सिंह, सतीश, फुलवंत सिंह,मनोज,जेनेश्वर व अनूप जिंटा आदि ने प्रशासन से नुकसान का मुआयना कर भरपाई की मांग की है। प्रधान ग्राम पंचायत रोहल संजीव सूर्याण ने बताया कि पंचायत के पांच गांव के 150 से अधिक किसानों की सेब,मटर व अन्य सभी प्रकार की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं।

किसानों की मेहनत पर फिरा पानी

रोहल पंचायत में लोग अभी सेब बागबानी की अपेक्षा परंपरागत अनाज   बीजकर अपना जीवनयापन करते हैं। यहां की मिट्टी  मटर की फसल के लिए उपयुक्त है, लिहाजा ग्रामीण साल में मटर के दो सीजन लगाकर अच्छी आजीविका कमाकर जीवन-बसर करते हैं। कुछ ही दिन बाद लोगों का मटर पक कर मंडी मे पहुंचने वाला ही था, लेकिन कुदरत के इस कहर ने किसानों की इस उम्मीद पर भी पानी फेर दिया है। तेज बारिश व भारी ओलावृष्टि के कारण मटर की फसल से किसानों के बीज तक का खर्च निकाल पाना असंभव हो चुका है।

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