शादी से पहले इंटरव्यू

जीवनसाथी चुनने के लिए आज कई वेबसाइट हैं, जहां एक-दूसरे की पसंद-नापसंद के आधार पर आप अपना पार्टनर चुन सकते हैं। इसके अलावा वर-वधु सम्मेलन के माध्यम से भी आप अपना जीवनसाथी चुन सकते हैं। हमारे देश में एक ऐसी जगह है, जहां दूल्हे के इंटरव्यू के बाद शादी तय होती है। यह परंपरा पिछले 700 सालों से निभाई जा रही है। जी हां, यह बिहार के मधुबनी जिला के सौराष्ट्र सभा की बात है। यहां मेले में शादी के इच्छुक लड़के अपने परिजनों के साथ आते हैं। फिर लड़की पक्ष वाले दूल्हे का इंटरव्यू लेकर शादी प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हैं। खास बात यह है कि वहां मौजूद पंजीकार यह सुनिचित करते हैं कि सात पीढि़यों में इनके बीच कोई ब्लड रिलेशन न हो। बताया जाता है कि 14वीं शताब्दी में तत्कालीन दरभंगा महाराज ने इसकी शुरुआत कराई थी। 22 बीघे क्षेत्र में लोग एक उद्देश्य लेकर आते थे। मिथिला लोक फाउंडेशन के चेयरमैन डाक्टर बीरबल झा का कहना है कि उस जमाने में शादी के लिए आने वाले दूल्हों का शास्त्रार्थ होता था और लड़की वाले पसंद के लड़कों को ले जाते थे और तब शादी होती थी। अब के दौर में लड़के की शिक्षा और नौकरी पर ज्यादा फोकस रहता है। इस बार 25 जून से तीन जुलाई तक यह सभा होगी। पहले लाखों लोग यहां आते थे, लेकिन समय के साथ तमाम संसाधनों के डिवेलप होने से यहां आने वाले लोगों की संख्या में कमी हुई है।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !