संजय चौहान बोले, हमने बेस्ट दिया

शिमला  – नगर निगम शिमला के महापौर संजय चौहान, उप महापौर टिकेंद्र सिंह पंवर ने निगम में अपना कार्यकाल पूरा होने पर कहा कि उन्होंने शहर की जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरे प्रयास किए। उन्होंने कहा कि अगर पांच वर्षों के दोरान उन्हें सरकार व विपक्ष का सहयोग मिलता ,तो वह शहर की काया बदल देते। मगर विपरीत स्थिति में भी उन्होंने शहर सहित वार्डों में विकास के लिए हर संभव प्रयास किए। रविवार को प्रैस वार्ता के दौरान उपमहापौर टिकेंद्र सिंह पंवर ने कहा कि बिना प्रदेश सरकार और राजनीतिक पार्टियों के सहयोग के ही शहर का विकास करना सबसे बड़ी चुनौती रही। प्रदेश सरकार का यदि सहयोग मिलता, तो शहर के काया बदल सकती थी। लेकिन आज जो शहर की रूपरेखा बदली है उसके लिए सौ फीसदी मेहनत अपने स्तर पर की है। उन्होंने कहा कि पांच सालों एमसी फंड से ही वार्डों में करोड़ों की राशि खर्च की गई। नगर निगम में काबिज होते ही सबसे बड़ी चुनौती आर्थिक स्थिति को सुधारने की थी। कर्मचारियों को वेतन तक देने के लिए भी एमसी के पास फंड नहीं था, लेकिन आज प्रयास करने के बाद एमसी का बजट सरप्लस है। दूसरा बड़ा मुद्दा पानी का था, जिसके लिए नगर निगम आज भी प्रयासरत है। समय रहते यदि अश्विनी खड्ड का पानी बंद न किया जाता, तो आज पूरा शहर पीलिया की चपेट में होता। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार ने अधिकारियों पर पूरा दबाब डाला कि अश्विनी खड्ड के पानी को न रोका जाए ,लेकिन मेयर डिप्टी मेयर ने अपने स्तर पर इसे रोका। यही नहीं ग्रेटर वाटर शिमला सर्कल बनाने का यही मकसद था कि एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला खत्म हो सके।

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