सहारनपुर को जून में भी हिंसा की आग में झुलसाने की थी साजिश

By: Jun 10th, 2017 11:08 am

LOGO2-41सहारनपुर – उत्तर प्रदेश को हरियाणा तथा उत्तराखंड की सीमा से जोडऩे वाले जिले सहारनपुर में नौ मई को भड़की जातीय हिंसा की स्क्रिप्ट भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण ने ही लिखी थी। उसने जून के दूसरे सप्ताह में भी ठाकुरों-दलितों के बीच जातीय ङ्क्षहसा भड़काने की साजिश होशियारपुर में रच ली थी। सहारनपुर के एसएसपी बबलू कुमार ने भी कहा है कि रावण ने पूछताछ में कई राजफाश किए हैं। पुलिस के एक आला अधिकारी ने बताया कि परसों रात कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस ने रावण से अंबहेटा में तीन घंटे पूछताछ की। इस दौरान उसने कई राज उगले। उसने बताया कि वह उत्तर प्रदेश से बाहर रहा, पर हिंसा का रिमोट उसके हाथ में ही रहा। ऐसा उसने दलितों का बड़ा नेता बनने के लिए किया था। पुलिस का यहां तक दावा है कि रावण ने हथियारों की बड़ी खेप का इंतजाम भी शुरू कर दिया था। बकौल पुलिस अधिकारी रावण ने बताया कि 9 मई की घटना के बाद वह सीधे दिल्ली पहुंचा और वहां निगाहें संगठन के अध्यक्ष नवाब सतपाल तंवर के संपर्क में आया। साजिश को परवान चढ़ाने के लिए रकम एकत्र करने की रूपरेखा भी तंवर के साथ मिलकर बनाई। सहारनपुर में तैनात अपने संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन निवासी फतेहपुर, राष्ट्रीय प्रवक्ता मंजीत नौटियाल निवासी बेहट, जिला अध्यक्ष कमल वालिया, देवबंद विस प्रभारी दीपक बोध, नगर अध्यक्ष प्रवीण गौतम, कदम व राजन को लगातार फेस बुक कॉल कर आगे क्या करना है, समझाता रहा। 23 को शब्बीरपुर की घटना के बाद राजन निवासी रामगढ़ व कदम ङ्क्षसह निवासी लाड़वा को गांव-गांव अफवाहें फैलाने की जिम्मेदारी सौंपी। अफसर के अनुसार, राजन व कदम ने ही रावण के एक इशारे पर 9 मई को एडीएम प्रशासन व सीओ की पिटाई की थी। भीम आर्मी का मुखिया तमाम सवालों और दबाव के बावजूद अपने राजनीतिकआका के बारे में पूछने पर गोलमोल जवाब ही देता रहा। हर बार वह खुद को अपने समाज का नेता बतातते हुए यही कहता रहा कि विभिन्न दलों के नेता उसके इशारे पर नाचते हैं।

अफसर के अनुसार, रावण 23 मई तक दिल्ली व गाजियाबाद में रुका। 23 मई की रात को दिल्ली से पंजाब के फगवाड़ा शहर पहुंचा। 24 मई को कपूरथला, 26 मई को अमृतसर, 29 मई को जालंधर और फिर 1 जून को होशियारपुर पहुंचा। यहां कुछ दिन रहकर भीम एकता दल के अध्यक्ष अजयमल के परिवार के साथ 7 जून को डलहौजी पहुंचा। डलहौजी में सुभाष चौक के पास होटल में रुका। 8 जून को पुलिस ने उसे यहां से गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि पूछताछ में रावण ने कई अहम राज उगले हैं। भीम आर्मी के जिन पदाधिकारियों के नाम उसने दंगा भड़काने व ङ्क्षहसा कराने में लिए हैं, उनमें से राजन, कदम, प्रवीण, दीपक, कमल जेल जा चुके हैं, जबकि विनय, रतन व मंजीत पर 12 हजार का इनाम घोषित हो चुका है। रावण को रिमांड पर लेकर फिर पूछताछ कर अहम जानकारी जुटाएंगे।


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