साजिश रचकर मार डाला होशियार सिंह

करसोग — वन खंड महोग की वन बीट कतांडा में तैनात वन रक्षक होशियार की मौत गहरी साजिश रचते हुए हत्या के रूप में हुई है। यह नौजवान आत्महत्या नहीं कर सकता, क्योंकि उसमें भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का एक जज्बा था, यह बात मंगलवार को करसोग में क्षेत्र के लोगों द्वारा होशियार सिंह की रहस्यमयी परिस्थिति में हुई मौत को आत्महत्या का रूप देने के विरोध में रोष प्रदर्शन करते हुई कही गई। इस बारे में जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान, चिंरजी लाल, सिराज विकास मंच के अध्यक्ष सोहन सिंह आदि दर्जनों लोगों ने तहसीलदार करसोग रविंद्र बौध के माध्यम से मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को ज्ञापन भेजते हुए कहा कि वन रक्षक होशियार सिंह की रहस्यमयी मौत को लेकर जांच सीबीआई से करवाई जाए। उन्होंने कहा कि आज तक मौत होने संबंधी इतिहास में कहीं भी देखने-सुनने को नहीं मिला है कि कोई व्यक्ति जहर खाकर पेड़ पर चढे़गा और वहां भी उल्टा लटकेगा। ग्रामीण लोगों ने कहा कि वन रक्षक होशियार सिंह की हत्या एक साजिश के तहत की गई है, जिसको आत्माहत्या का रूप दिया जा रहा है व इस बात को कोई भी स्वीकार नहीं करेगा। ग्रामीण लोगों ने कहा कि वन रक्षक होशियार सिंह ईमानदारी से पहरेदार की मूर्त था, जिसे वन काटुओं ने जाल में फंसाकर मार दिया है। दो स्थानों पर सुसाइड नोट मिले, जो कि गहरी चाल होने का संकेत है। वन रक्षक होशियार सिंह की कलाइयों पर गहरे निशान व पेड़ पर उल्टा लटके होना आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का संकेत है, जिसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान, चिंरजी लाल, सोहन सिंह ने कहा कि वन रक्षक होशियार सिंह की हत्या वन काटुओं ने पेड़ पर लटकाई, वन रक्षक होशियार सिंह के मोबाइल तथ्य गहनता से खंगाले जाएं, घटना स्थल पर सबूतों की ओर तलाश की जाए व कड़ी से कड़ी जोड़कर वन रक्षक होशियार सिंह की हत्या का खुलासा करते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए। आगामी दिनों में करसोग क्षेत्र के विभिन्न महिला मंडल, युवक मंडल व आम लोग भी वन रक्षक होशियार सिंह की मौत को लेकर कड़ा रोष प्रकट करने वाले हैं, ताकि भ्रष्टाचार की भेंट चढे़ होशियार सिंह को न्याय मिल सके।

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