हिमाचली सपूतों के कंधों पर सजे लेफ्टिनेंट के स्टार

सूबेदार के बेटे रोहित राणा ने पहनी अफसर  की वर्दी

जवाली – जिला कांगड़ा के अंतर्गत हौरी देवी पंचायत के रोहित राणा ने सेना में बतौर लेफ्टिनेंट बन माता-पिता, पंचायत व प्रदेश का नाम रोशन किया है। रोहित राणा के पिता सुरिंद्र सिंह सेना में बतौर सूबेदार कार्यरत हैं तथा माता बीना देवी गृहिणी हैं। रोहित राणा ने प्राथमिक शिक्षा डीएवी पब्लिक स्कूल रैहन व जमा दो की पढ़ाई मिलिट्री स्कूल चैल (शिमला) से की है। इसके बाद रोहित राणा ने दिसंबर 2012 को एनडीए में सिलेक्शन के बाद मई, 2016 में पुणे में एनडीए की एक साल की कोचिंग की तथा उसके बाद आईएमए देहरादून से पासआउट हुए। रोहित राणा के माता-पिता सहित परिजनों ने उनके कंधों पर स्टार लगाया। रोहित राणा का एक छोटा भाई एयरफोर्स में है। रोहित राणा ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता व दादी को दिया है।

दिलजीत राणा ने सेना में अधिकारी बन पूरा किया सपना

डलहौजी – उपमंडल डलहौजी के ढूंढियारा गांव के दिलजीत राणा ने भारतीय सेना में कमीशन हासिल कर लेफ्टिनेंट का तमगा पाया है। सीआईएसएफ से बतौर एसआई सेवानिवृत्त राम लाल के पुत्र दिलजीत राणा ने आफिसर ट्रेनिंग अकादमी गया में दस जून को पासिंग आउट परेड के दौरान लेफ्टिनेंट पद पर तैनाती पाई है। दिलजीत राणा ने स्कूली शिक्षा नैनीखड्ड व बनीखेत से हासिल की। 2005 में दिलजीत का चयन आर्मी (जीडी) में हो गया,  लेकिन उनका सपना एक आर्मी आफिसर बनने का था, जो कि साकार कर दिखाया है।  ओटीए गया में सेरेमनी के दौरान माता-पिता ने दिलजीत के कंधे पर लेफ्टिनेंट का बैज लगाया। दिलजीत की माता दर्शना देवी गृहिणी हैं, जबकि बड़े भाई कुलदीप राणा वन विभाग में वनरक्षक के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। दिलजीत राणा ने इस उपलब्धि का श्रेय माता-पिता, पत्नी सपना राणा व बड़े भाई कुलदीप राणा को दिया है।

दौलतपुर चौक के निखिल आईएमए देहरादून से पासआउट

दौलतपुर चौक – नगर पंचायत दौलतपुर चौक के वार्ड-सात के रहने वाले निखिल शर्मा पुत्र राजिंद्र शर्मा सेना में लेफ्टिनेंट बने हैं, जिससे क्षेत्र में खुशी की लहर है। निखिल की 10 जून को देहरादून आईएमए में पासिंग आउट परेड हुई। इस दौरान उनके पिता राजिंद्र शर्मा, माता अनिता शर्मा, दादा मनोहर लाल शर्मा, दादी चंचला देवी व बहन अंकिता भी मौजूद रही। 20 दिसंबर, 1995 को दौलतपुर चौक में जन्मे निखिल की पांचवीं तक की पढ़ाई एमवीएम पब्लिक स्कूल दौलतपुर चौक में हुई। इसके बाद छठी कक्षा में उसका चयन सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा के लिए हुआ। वहीं 12वीं पास करने के साथ-साथ निखिल ने एनडीए की परीक्षा भी उत्तीर्ण की। इस दौरान तीन साल तक हार्ड ट्रेनिंग एनडीए पुणे से की। आईएमए देहरादून से आफिसर पासिंग आउट परेड में हिस्सा लेकर लेफ्टिनेंट बने। निखिल के पिता राजिंद्र, दादा मनोहर लाल व्यवसायी हैं।

कर्नल के लाड़ले आशीष ने निभाई फौज में जाने की परंपरा

खुंडियां – तहसील खुंडियां की बड़ोगलाहड़ पंचायत के आशीष राणा सेना में लेफ्टिनेंट बन गए हैं। दस जून (शनिवार) को इंडियन मिलिट्री अकादमी देहरादून से आशीष राणा पासआउट हुए। आशीष के पिता महिंद्र सिंह भारतीय फौज में कर्नल के पद पर कार्यरत हैं तथा उनका छोटा भाई मनीष आफिसर ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहा है। आशीष राणा की माता श्रेष्ठा देवी गृहिणी हैं, दादा अमर सिंह भी भारतीय फौज में थे। इनकी तीसरी पीढ़ी देश सेवा में अपना सहयोग प्रदान कर रही है। वहीं बड़ोगलाहड़ पंचायत प्रधान ठाकुर कुशल सिंह, चंगर विकास एवं जनकल्याण समिति संयोजक त्रिलोक राणा, समिति अध्यक्ष कैप्टन ध्यान सिंह चौहान ने आशीष राणा व उनके परिवार को बधाई दी है।

चैतड़ू के लेफ्टिनेंट रजत किशोर 17 ग्रेनेडियर में देंगे सेवाएं

नगरोटा बगवां – चैतड़ू के रजत किशोर ने सेना में लेफ्टिनेंट बन माता-पिता, जिला व प्रदेश का नाम रोशन किया है। वर्ष 2013 में राष्ट्रीय सुरक्षा अकादमी में चयनित होकर रजत किशोर ने अपने माता-पिता का वह सपना भी शनिवार को पूरा कर दिया, जो अपने बेटे को भारतीय सेना में एक अधिकारी के रूप में देखना चाहते थे। तीन साल सुरक्षा अकादमी खड़गवासला में अपने कौशल को धार देने के बाद गत 2016 में भारतोय सेना अकादमी देहरादून पहुंचे रजत शनिवार को भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट के रूप में पासआउट हुए। रजत अब पहली जुलाई से 17 ग्रेनेडियर अहमदाबाद में देश के लिए अपनी सेवाएं देंगे। वहीं बेटे के जज्बे और सफलता को देखकर रजत की माता रजनी तथा पिता नवल किशोर गदगद हैं। रजत किशोर ने अपनी शिक्षा सेक्रेड हार्ट स्कूल से मैट्रिक पूरी की, जबकि जमा दो की पढ़ाई कांगड़ा के एक निजी स्कूल से की है।

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