पुलिस से कितने कदम आगे सीबीआई

By: Jul 28th, 2017 12:02 am

दिल दहला देने वाले कोटखाई प्रकरण में केंद्रीय जांच एजेंसी अब एविडेंस कर रही मजबूत

 शिमला— कोटखाई गैंगरेप व मर्डर मिस्ट्री सुलझेगी भी या मिस्ट्री बनकर ही सुर्खियों में रहेगी। अब यह ऐसा सवाल है, जिसका जवाब ढूंढने के लिए देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी पिछले पांच दिन से नेटवर्क बिछाकर हर उस एविडेंस को मजबूत कर रही है, जो अब तक उसने जुटाए हैं। बावजूद इसके सवाल यही है कि पुलिस जांच से आखिर कितने कदम आगे जाएगी सीबीआई। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक सीबीआई ने जांच लगभग पूरी कर ली है। अब सबूतों को मजबूत करने के कदम उठाए जा रहे हैं। जांच एजेंसी की एक टीम ने गुरुवार को भी एफएसएल जुन्गा में डेरा जमाए रखा तो दूसरी टीम के सदस्य दांदी जंगल में कुछ ढूंढ रहे थे। उनके साथ छात्रा के दोनों मामा गुरुवार को भी मौजूद थे। लगभग दो घंटे तक टीम ने स्पॉट पर गहनता से छानबीन की। इस दौरान क्षेत्र के कुछ लोगों से भी सवाल-जवाब हुए। बताया जाता है कि पिकअप वाहन का भी मुआयना किया गया। सीबीआई हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। बावजूद इसके आम चर्चा यही है कि देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी इस बड़े मामले में क्या कोई बड़े सनसनीखेज खुलासे करेगी या फिर पुलिस की जांच पर ही मुहर लगेगी। हिमाचल पुलिस भी अब तक पकड़े गए आरोपियों को ही असल गुनहगार बताती रही है, मगर दबी जुबान से लोग इससे इत्तफाक नहीं रखते। यह दीगर है कि अंदेशे व अंधेरे में तीर मारने वाले लोग अभी तक भी जांच एजेंसी के पास कोई साक्ष्य या कोई सुराग लेकर नहीं पहुंचे हैं। यहां तक कि कोई सूचना भी शेयर नहीं की जा सकी है। बावजूद इसके अभी भी धारणा यही है कि पकड़े गए पांच आरोपियों के अलावा और भी कई हैं।

तीन टीमें और बेहतरीन नेटवर्क

सीबीआई की एक टीम एफएसएल जुन्गा में जुटी है तो दूसरी टीम कोटखाई के दांदी जंगल पहुंची थी। उसने दो घंटे का समय स्पाट पर छानबीन करने के बाद छात्रा के परिजनों से भी सवाल-जवाब किए। तीसरी टीम शिमला में जुटी थी, जो अब तक जुटाए गए तथ्यों की गहनता से छानबीन कर रही थी। इस दौरान उनके साथ छात्रा के दोनों मामा भी मौजूद रहे।

डीएनए-वेट टेस्ट में छिपे हैं राज

जानकारों के मुताबिक यह पूरा मामला डीएनए व वेट टेस्ट की रिपोर्ट के बाद हल होगा। सूत्रों का दावा है कि इन दोनों ही रिपोर्ट्स को सीबीआई को सौंपा जा चुका है। आरोपियों व संदेहास्पद कुछ और लोगों के फिंगर प्रिंट्स व डेंटल नमूने भी जांचे गए हैं।

यह है दावा

सीबीआई के हाथ में मजबूत एविडेंस लग चुके हैं, जिनकी बिनाह पर इस बड़े मामले में और बड़े रहस्योद्घाटन हो सकते हैं। जांच एजेंसी हाई कोर्ट में अंतरिम रिपोर्ट पेश करने से पहले कुछ भी सार्वजनिक नहीं करेगी।

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