अजय देवगन की वजह से नहीं हुई मेरी शादी

जब मैं बड़ी हो रही थी और हम दोनों का रिश्ता वहीं से है। जब मैं यंग थी, समीर और अजय मुझ पर नजर रखते थे, मेरे पीछे घूमते थे और जो लड़का मुझसे बात करता था उसे पीटने की धमकी देते थे। ये दोनों बहुत बड़े बदमाश थे। आज अगर मैं सिंगल हूं तो सिर्फ  अजय देवगन की वजह से ही…

आपको अपने काम से ही इश्क हो गया है या आपकी जिंदगी में भी कोई खास है?

अगर आप पूछ रहे हैं कि कोई रोमांस की खिचड़ी पक रही है, तो मेरा जवाब ‘न’ है।

आप यह तो मानेंगी कि आप ईद का चांद से पार्टी एनिमल में बदल गई हैं?

जब मैं यंग थी तब मुझे नहीं पता था कि क्या करना चाहिए और कहां जाना चाहिए तब मैं रिजर्व्ड रहती थी। फराह खान का घर ही एक ऐसी जगह थी जहां मैं सहज रहती थी। मुझे आज भी उनका साथ अच्छा लगता है। अब मैं बड़ी हो गई हूं और हर उस जगह जाती हूं जहां मुझे लगता है कि मुझे जाना चाहिए। प्रोफेशनल अपीयरेंस देने में मुझे थकान होती है, लेकिन दोस्तों के लिए मैं एक्स्ट्रा जाने में नहीं घबराती। हाउस पार्टीज बेहतरीन चीज होती है और चाहे मैं पहुंचूं या न पहुंचूं, शाहरुख, करण जौहर जैसे दोस्त मुझे बुलाना कभी नहीं भूलते। जब आपको फिल्म इंडस्ट्री में 20 साल से ज्यादा हो जाते हैं, यह आपका घर बन जाती है।

‘गोलमाल अगेन’ के साथ आप मस्तीभरी कॉमेडी में करीब 10 साल बाद वापसी करेंगी। आपका एक्सपीरिएंस कैसा रहा?

मैं बहुत वक्त से एक हल्की-फुल्की फिल्म करना चाहती थी। क्योंकि, मेरी मां मुझे रोने-धोने वाले रोल करते देख-देखकर थक चुकी हैं। मुझे कई लोगों ने कहा कि वह मुझे ‘बीवी नं-1 और हेरा-फेरी’ जैसी कॉमेडी फिल्मों में देखना चाहते हैं। मुझे याद है पार्टीज में मैं रोहित से मजाक में कहती थी कि मैं तुम्हारी गोलमाल फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनना चाहती हूं। मुझे सिर्फ  वहां खड़े होकर हंसना है, लेकिन ईमानदारी से कहूं तो ‘गोलमाल अगेन’ जैसी फिल्म में भी मैंने सबसे सीरियस और भरोसेमंद किरदार किया है, लेकिन टीम के एक हिस्से के तौर पर मुझे वहां खड़े होकर लड़कों अजय देवगन, अरशद वारसी, तुषार कपूर, श्रेयस तलपड़े और कुणाल खेमू पर हंसने का भरपूर मौका मिला। इन सबने फिल्म में बहुत अच्छा काम किया है। मैं पहली बार रोहित के साथ काम कर रही हूं और बहुत खुश हूं। जब मैं सेट पर होती हूं, हम दोनों के बीच एक ऐसी पहचान वाली फीलिंग होती है जिसे मैं बयान नहीं कर सकती। वह ऐक्शन पर पूरी तरह फोकस्ड रहता है, लेकिन अपने एक्टरों को भी असहज नहीं होने देता।

अजय और आपकी दोस्ती काम के रिश्ते से कहीं बढ़कर है। है न?

हां, मैं और अजय एक-दूसरे को 25 सालों से जानते हैं। वह मेरे कजिन समीर आर्य के पड़ोसी और करीबी दोस्त हैं। वह मेरे उन दिनों का हिस्सा हैं जब मैं बड़ी हो रही थी और हम दोनों का रिश्ता वहीं से है। जब मैं यंग थी, समीर और अजय मुझ पर नजर रखते थे, मेरे पीछे घूमते थे और जो लड़का मुझसे बात करता था उसे पीटने की धमकी देते थे। ये दोनों बहुत बड़े बदमाश थे। आज अगर मैं सिंगल हूं तो सिर्फ  अजय देवगन की वजह से ही। मैं चाहती हूं उसे अपने किए पर अफसोस हो।

हमने सुना है कि अब वह आपकी जोड़ी बनाने में जुट गए हैं?

हंसते हुए, मैंने उससे कहा है कि मेरे लिए कोई लड़का ढूंढ दे जिससे मैं शादी कर लूं, लेकिन असल में, हम दोनों का रिश्ता इतना अच्छा इसलिए है क्योंकि हमने एक-दूसरे के साथ काम किया है। दूसरे मेल एक्टर्स में अगर मैं किसी पर भरोसा करती हूं तो वह अजय ही है। वह बच्चों जैसा है, लेकिन बहुत ख्याल रखता है। जब वह सेट पर होता है माहौल बहुत स्ट्रेस फ्री होता है। हम दोनों का रिश्ता बहुत हटके है और हमें एक-दूसरे से बेहद लगाव है।

आज जब आप अपने 25 सालों के करियर की तरफ  देखती हैं तो क्या पाती हैं?

मैं सचमुच चाहती हूं कि मैं अपने करियर ग्राफ  को किसी और की नजर से ऑब्जेक्टिव होकर देखूं, लेकिन ऐसा कर नहीं पाती। मैं खुशकिस्मत हूं कि मुझे ऐसी ढेर सारी स्क्रिप्ट्स मिलीं जिसमें मेरे लिए बहुत अच्छे किरदार लिखे गए थे। ‘माचिस, हु तू तू, मकबूल, लाइफ  ऑफ पाई, द नेमसेक, चांदनी बार अस्तित्व, हैदर, दृष्यम’ इनमें से कुछ हैं। मुझे खुशी होती है जब फिल्ममेकर मुझे ध्यान में रखकर फिल्में बनाते हैं। लेकिन, मैंने जानबूझकर यह ग्राफ  नहीं गढ़ा है। मैं आज भी जल्दी से किसी फिल्म के लिए कमिटमेंट नहीं देती, लेकिन अगर देती हूं, तो उसे पूरा जरूर करती हूं। मुझे खुशी है कि मैं आज भी अच्छा काम कर रही हूं।

अब आगे क्या करने वाली हैं?

लव रंजन की एक फिल्म है जिसमें मैं अजय के अपॉजिट काम कर रही हूं। हमने 1994 में साथ में ‘विजयपथ’ की थी। अब 23 साल बाद मैं उसी हीरो के साथ फिर से रोमांस करूंगी। रोचक होगा।