आरट्रैक कैंटीन के सामान पर ब्रेक!

जीएसटी लागू होने के बाद सॉफ्टवेयर होगा लोड, ओल्ड स्टॉक करना होगा क्लीयर

घुमारवीं —  जीएसटी लागू होने के बाद देश भर में सैनिकों को आरट्रैक कैंटीन से मिलने वाले सामान पर ब्रेक लग गई है। इसका कारण आरट्रैक कैंटीनों में नया सॉफ्टवेयर लोड न होना माना जा रहा है। नया सॉफ्टवेयर लोड न होने के कारण सामान की डिमांड नहीं जा रही है। इससे फिलवक्त सैनिकों, पूर्व सैनिकों व उनके परिजनों को आरट्रैक कैंटीन के माध्यम से मिलने वाले सामान के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा। आरट्रैक कैंटीनों में सॉफ्टवेयर लोड करने के लिए इंजीनियर आएंगे, उसके बाद ही सामान की डिमांड भेजी जा सकेगी। सूत्रों की मानें तो इस सिस्टम को अभी तक 10 से 15 दिन तक लग सकते हैं। इससे आरट्रैक कैंटीनों से सामान खरीदने वाले सैनिकों, पूर्व सैनिकों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक पहली जुलाई से देश भर में जीएसटी लागू हो गया है। इसके बाद देश भर में आरट्रैक कैंटीनों के माध्यम से सैनिकों व पूर्व सैनिकों को आधा-अधूरा सामान ही मिल रहा है। सूत्रों के मुताबिक आरट्रैक कैंटीनों में जब तक सॉफ्टवेयर लोड नहीं हो जाता, तब तक ओल्ड सामान को क्लीयर किया जाएगा। कम्प्यूटर में नया सॉफ्टवेयर लोड होने के बाद आरट्रैक कैंटीनों से सामान की डिमांड जाएगी, जिसके बाद कैंटीन से सामान मिल सकेगा। विदित रहे कि देश भर में सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा उनके परिजनों को बाजार से सस्ता सामान उपलब्ध करवाने के लिए आरट्रैक कैंटीनों के माध्यम से सामान दिया जाता है। वहीं अकेले घुमारवीं की आरट्रैक कैंटीन में हर माह सामान का करीब डेढ़ करोड़ का टर्न ओवर होता है। सूत्र बताते हैं कि आरट्रैक कैंटीनों के माध्यम से सैनिकों व पूर्व सैनिकों को मिलने वाले सामान पर आधा टैक्स ही लगेगा। बाजार में मिलने वाले सामान पर यदि किसी वस्तु पर 12 फीसदी टैक्स होगा, तो आरट्रैक कैंटीनों में उस वस्तु पर छह फीसदी टैक्स लगेगा।

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