जरूरतमंदों के लिए ‘नेकी की दीवार’

तमिलनाडु में तिरुनेलवेली के कलेक्टर ने एक अभिनव प्रयोग किया है। उन्होंने कलेक्टर आफिस कैंपस में एक ‘नेकी की दीवार’ बनाई है। इस दीवार को बनाने के पीछे जरूरतमंदों की मदद का भाव छिपा है। तिरुनेलवेली के कलेक्टर लोगों द्वारा इस्तेमाल की जा चुकीं किताबें, कपड़े यहां तक कि चप्पलें भी स्वीकार कर रहे हैं। इन इस्तेमाल की गईं पुरानी चीजों को दीवार पर बनाई गई शेल्फ में रख दिया जाता है। इन सामानों को कोई भी जरूरतमंद इस्तेमाल कर सकता है। कलेक्टर आफिस कैंपस में बनी इस नेकी की दीवार के पास किसी सुरक्षाकर्मी की तैनाती भी नहीं की गई है। यहां कोई भी शख्स किसी भी तरह का सामान रख कर जा सकता है और कोई भी जरूरतमंद इसका इस्तेमाल कर सकता है। कलेक्टर ने बताया कि सबसे पहले ईरान में ऐसा देखने को मिला था। इसके बाद उत्तर भारत के राज्यों और तेलंगाना में ‘नेकी की दीवार’ बनाई गई। कलेक्टर ने बताया कि तमिलनाडु में पहली बार इस तरह का कॉन्सेप्ट आया है। कलेक्टर के इस नए आइडिया को काफी लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। यूपी के नोएडा, गाजियाबाद में भी इस तरह की ‘नेकी की दीवार’ बनाई गई है।

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