दर्द में भी जवानों को देते रहे हौसला

By: Jul 21st, 2017 6:02 pm

LOGO2नायब सूबेदार राम सिंह, मनमोहन कुमार, दलजीत सिंह आदि ने बताया कि 18 जुलाई सुबह नौ बजे जब पाकिस्तान की ओर से भारी गोलीबारी चल रही थी, तो शशि शर्मा सीमा के साथ सटे एक बंकर में सेना की एक टुकड़ी का नेतृत्व कर रहे थे। उन्होंने जवानों से धैर्य रखने को कहा और आदेश दिए कि जैसे ही गोलीबारी बंद होगी, तुरंत मुंहतोड़ जवाबी हमला करना है। इसके लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली थी, परंतु इसी दौरान एक गोला बंकर की खिड़की के पास आकर गिरा। शशि उसी खिड़की के पास बाहर की ओर मुंह करके बैठे थे। उस गोले का स्पलैंडर सीधे शशि की छाती की बायीं ओर लगा, जिससे वह घायल हो गए। शहीद के साथियों ने बताया कि गंभीर तौर पर घायल होने के बावजूद शशि बहादुरी से अन्य जवानों का मनोबल बनाए रखने के लिए कहते रहे कि कुछ नहीं हुआ है और तुम मोर्चा संभालो। जवानों ने बताया कि वह इतने बहादुर थे कि जिस तरह से उन्हें चोट लगी थी, उसके बावजूद वह बात करते रहे। उन्हें तुरंत बेस कैंप पहुंचाया गया, जहां से उधमपुर ले जाया गया, परंतु 19 जुलाई को सुबह सेना के अस्पताल में शशि ने अंतिम सांस ली।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App