बदल रही है पहाड़ की संस्कृति!

कोटखाई रेप प्रकरण के बाद उठा बड़ा सवाल

शिमला – कोटखाई में जिस छात्रा की बलात्कार के बाद दरिंदगी से हत्या करने का जो मामला हिमाचल को शर्मसार कर रहा है, उसने अब ये सवाल भी उठाए हैं कि कहीं पहाड़ की वह संस्कृति बदल तो नहीं रही, जिसमें परायों को भी देवता मान कर पूजा जाता था। हालांकि बताते हैं कि इस मामले में पुलिस ने चार लोग धरे हैं। आज पुलिस बड़ा खुलासा कर सकती है। शायद यह पहला वाक्या है, जहां गैंग रेप के बाद एक छात्रा का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया हो और एक हफ्ते तक भी दोषी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हों। यह प्रकरण जब भी बेनकाब होगा, यह बहस का विषय नहीं है, मगर जिस तरह से युवाओं में नशाखोरी व मादक पदार्थों के प्रति आकर्षण बढ़ रहा है, उसे रोकने की जरूर आवश्यकता है। दावों के बावजूद अभी तक भी नशेडि़यों की धरपकड़ में कोई तेजी नहीं आई है। ड्रग पेडलर्स पर शिकंजा कसने की सख्त जरूरत महसूस की जा रही है। शिमला के ढाबों व अन्य ठिकानों में नशे की पुडि़यां बेचने वाले कम नहीं है। पूर्व डीजीपी के ही समक्ष राजभवन में एक व्यक्ति ने ऐसे गंभीर आरोप लगा दिए थे कि उनके साथ चलें, वे ठिकाने बताएंगे।  उसके बाद पुलिस की छापेमारी भी हुई, मगर कथित कारोबार थमा नहीं है। बहरहाल, गुडि़या के हत्यारे चाहे जहां भी हो, मगर जानकार अंदेशा जता रहे हैं कि इस बलात्कार व हत्या के जुर्म के पीछे कहीं न कहीं नशेडि़यों के तार भी जुड़े हो सकते हैं। हालांकि पुलिस के आईजी जहूर एच जैदी का कहना है कि पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। जल्द इस मामले का पटाक्षेप कर दिया जाएगा। मगर इस दर्दनाक हादसे ने शिमला ही नहीं पूरे हिमाचल को शर्मसार कर दिया है।  उम्मीद की जानी चाहिए कि गुनाहगार जल्द कानून के शिकंजे में होंगे और उन्हें ऐसी सजा मिलेगी, जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।

शिमला रहा है बड़ी घटनाओं का साक्षी

इशिता तेजाब कांड ने पुलिस को कई दिन तक छकाया था, मगर बाद में मोबाइल कॉल ट्रेस करने के बाद इस मामले का खुलासा हो सका था।

दो छात्राओं की आत्महत्या पर भी सवाल

शिमला के नवबहार स्थित एक स्कूल की दो छात्राओं की कथित आत्महत्या ने शिमला ही नहीं पूरे प्रदेश को झकझौर कर रख दिया था। राष्ट्रीय बाल कल्याण परिषद तक ने इसका कड़ा संज्ञान लिया था। युग-ध्रुव की हत्याओं से राजधानी शर्मसार।

बाहरी देते रहे बड़ी घटनाओं को अंजाम

राजधानी शिमला में चाहे ऑक्सलैंड दोहरा हत्याकांड हो, नामी वकील छबीलदास हत्याकांड या फिर हर्ष बालजीज़ की हत्या का मामला। ऐसे बड़े मामलों में बाहरी लोगों की ही संलिप्तता उजागर हुई थी। बालजीज़ मामले का तो खुलासा तक नहीं हो सका। अब गुडि़या प्रकरण में कौन दोषी सामने आएंगे, इसका सभी को इंतजार होगा।

भारत मैट्रीमोनी पर अपना सही संगी चुनें – निःशुल्क रजिस्टर करें !