बाल संरक्षण पर जगाया अलख

कुनिहार —  जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा हिमाचल प्रदेश बाल संरक्षण योजना एवं अन्य संबंध अधिनियमों के विषय में गत दिवस अर्की उपमंडल के कुनिहार में एकदिवसीय प्रशिक्षण एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष किरण धांटा ने की। किरण धांटा ने इस अवसर पर कहा कि किशोरों के कल्याण एवं उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदेश में हिमाचल प्रदेश समेकित बाल संरक्षण योजना, किशोर न्याय अधिनियम-2016 सहित अनेक कल्याणकारी योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि अनेक कारणों से किशोरों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में यह आवश्यक है कि अभिभावक, अध्यापक एवं समाज किशोरों की सुरक्षा के लिए आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा एकीकृत बाल संरक्षण योजना के तहत बाल-बालिका सुरक्षा योजना, बाल सुधार गृह, दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष गृह सहित मुख्यमंत्री बाल उद्धार योजना कार्यान्वित की जा रही है। प्रदेश में विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों का औचक निरीक्षण कर यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि इनमें निवास कर रहे बच्चों का शोषण न हो। उन्होंने कहा कि शोषण की स्थिति में आयोग कानूनी कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट तैयार कर सरकार को प्रेषित करता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि यदि किसी को कोई बेसहारा अथवा परित्यक्त बच्चा मिलता है तो इस संबंध में निःशुल्क दूरभाष नंबर 1098 पर जानकारी दें। इससे ऐसे बच्चों की सहायता शीघ्र ही की जा सकती है। सोलन जिला में वर्तमान में 111 अनाथ एवं बेसहारा बच्चे हैं। इनमें से 73 बच्चों को उनकी भूमि का मालिकाना हक दिलवाया गया है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !