बिलासपुर में बीएसएनएल के एसडीओ ने लगाया फंदा

बिलासपुर  – शहर की सिनेमा कालोनी में रहने वाले बीएसएनएल बिलासपुर के एसडीओ ने फंदा लगाकर जान दे दी। एसडीओ तरसेम चौहान (55) आफिस से लंच करने घर आए हुए थे। घटना का पता चलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। उनके कमरे में मिले सुसाइड लेटर में उन्होंने इसके लिए स्वयं को जिम्मेदार ठहराया है। एसडीओ तरसेम चौहान रोजमर्रा की भांति शुक्रवार को भी कार्यालय आए। दोपहर तक कार्य निपटाने के बाद वह सहयोगियों से बात कर घर लंच के लिए गए। इस दौरान उनका छोटा बेटा घर में ही था। घर में थोड़ी देर बेटे से बात करने के बाद वह चौथी मंजिल में कमरे में चले गए। काफी देर बाद जब उनका बेटा क्तपर पहुंचा तो उसने पंखे से पिता को लटकते हुए पाया। यह देखकर उसके होश उड़ गए और उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। शोर सुनते ही पड़ोसी भी वहां इकट्ठा हो गए। पड़ोसियों की मदद से उन्हें तुरंत फंदे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार एसडीओ तरसेम चौहान कुछ समय से डिप्रेशन में चल रहे थे। हमेशा खुश रहने वाले तरसेम चौहान कुछ समय से आफिस में भी ज्यादा बात नहीं कर रहे थे। उनके दो बेटे बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं और पत्नी स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। पड़ोसियों के अनुसार मिलनसार प्रवृत्ति के तरसेम चौहान खुश तबीयत के मालिक थे। ऐसे में उन्होंने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया, यह बात किसी के गले से नहीं उतर रही है। परिजनों का कहना है कि वह आत्महत्या जैसा कदम कभी नहीं उठा सकते हैं। पुलिस अधीक्षक राहुल नाथ का कहना है कि पुलिस हर पहलू को ध्यान में रखकर मामले की छानबीन कर रही है।

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