बेयर ग्रिल्स

बेयर ग्रिल्स के बारे में आज सभी लोग जानते ही हो। इनका प्रोग्राम डिस्कवरी चैनेल पर आता है, आज इनका नाम कोन नहीं जनता है, बेयर ग्रिल्स अपने प्रोग्राम  में नई- नई चुनौतियों को पूरा करते हैं और उनका कहना है की जिंदगी  में कभी भी हार नहीं माननी चाहिए अगर हौसला कायम है तो आप बड़ी से बड़ी मुसीबत से आसानी से निकल सकते है,  हौसला ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है, और इससे हम कुछ भी कर सकते है।

बेयर ग्रिल्स का जन्म 7जून,1974 को आयरलैंड में  हुआ था। इन्होंने अपनी डिग्री इंग्लैंड विश्विद्यालय से प्राप्त की थी और अपना पहला पर्वतारोहण क्लब लंदन शुरू किया था। बेयर ग्रिल्स अंग्रेजी, फे्रंच, स्पेनिश आदि भाषा भी जानते है और उनकी मूल भाषा अंग्रेजी है।

जब बेयर ग्रिल्स  की पढ़ाई पूरी हुई तो उन्होंने भारतीय सेना में भर्ती होने का निश्चय किया, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और उन्हें रॉयल नौसेना रिजर्व में लेफ्टिनेंट कमांडर की मानक उपाधि दी गई। बेयर ग्रिल्स का बचपन का सपना था की वह माउंट एवेरस्ट पर जाए और 16 मई, 1998 में माउंट एवेरस्ट पर च़े, सात ही कम उम्र में यह खिताब हासिल हुआ था, जब उन्हें यह खिताब हासिल हुआ, तो उनकी उम्र सिर्फ  बाइस साल की थी।

हिंदी मोटिवेशनल कहानी

बेयर ग्रिल्स ने बच्चों को दान देने के लिए एक टीम बनाई और इस अभियान का नेतृत्व बेयर ग्रिल्स ने खुद किया और बहुत से ऐसी अभियान चलाए, जिससे गरीब बच्चों  को मदद मिल सके बेयर ग्रिल्स ने एक लंबे प्रयास के दौरान दो हजार आठ में गिनीज बुक्स रिकॉर्ड में नाम शामिल हो गया था।

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