भू-स्खलन की जद्द में जला गांव

औट – स्नोर घाटी की ग्राम पंचायत औट के जला गांव में भू-स्खलन से सात परिवारों के घरों तथा देवऋषि गणपति के मंदिर को खतरा उत्पन्न हो गया है। लगातार हो रही बरसात के चलते जला गांव पूरी तरह से भू-स्खलन की चपेट में आ गया है, जिस कारण ग्रामीणों की दिन का चैन और रात की नींद गायब है। बारिश शुरू होते ही लोग सहम गए हैं। गांव के सात परिवारों पर विस्थापन का कहर टूटने वाला है। आगामी दिनों में बारिश का दौर जारी रहता है, तो गांव के सात घर चपेट में आ सकते हैं। इससे उक्त परिवार बेघर हो सकते हैं। हालांकि रविवार को तहसीलदार औट रमेश राणा ने प्रशासन की टीम के साथ उक्त गांव का दौरा किया।  उन्होंने  स्थिति का जायजा लेकर हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को तिरपाल भेंट किए।  पुलिस प्रशाशन की ओर से मुख्य आरक्षी बीरबल सिंह तथा आरक्षी चेतराम मौके पर मौजूद रहे। ग्राम पंचायत औट की प्रधान कुशमा देवी ने बताया कि गांव में लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते ग्रामीण सहमे हुए है और उन पर विस्थापन की तलवार लटकी हुई है। उन्होंने बताया कि स्थानीय देवता गणपति के मंदिर के अलावा  ग्रामीण  हेम प्रकाश, ललित, गीतानंद, सुरेश कुमार, रेवती राम, अमर लाल  खेमे राम  आदि के रिहायशी मकानों और देवता के भंडार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। ग्राम पंचायत औट की प्रधान कुशमा देवी ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द भू-स्खलन का जायजा लेकर प्रभावितों को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने बताया कि उक्त समस्या के चलते ग्रामीण डर गए हैं। आगामी दिनों में अगर बारिश का दौर जारी रहता है, तो ग्रामीणों के घर भू-स्खलन की चपेट में आ सकते हैं। इस बारे में तहसीलदार औट रमेश राणा ने बताया कि टीम ने जला गांव का दौरा कर लिया  है। प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों को तिरपाल दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों की हरसंभव मदद की जाएगी।

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