मेजर मनकोटिया से मेरे पारिवारिक रिश्ते

भाजपा में जाने के सवाल पर परिवहन मंत्री बाली बोले; भविष्य में क्या होगा, नहीं पता

शिमला— मनकोटिया से चाय पर चर्चा के बाद सुर्खियों में आए परिवहन मंत्री जीएस बाली ने कहा कि मनकोटिया जहां उनके पड़ोसी हैं, वहीं उनके साथ पारिवारिक रिश्ते हैं। उन्होंने कहा कि मनकोटिया को हटाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है, जिन्होंने मनकोटिया को रखते हुए भी नहीं पूछा था और निकालते वक्त भी नहीं। इतना जरूर है कि मनकोटिया को बार-बार हम ही लाते हैं। शिमला में पत्रकारों से परिवहन मंत्री ने परोक्ष रूप से मुख्यमंत्री को भी लपेटा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार अपना काम कर रही है और वह अपने विभागों में पूरी ईमानदारी के साथ काम कर रहे हैं। गांव स्तर पर संगठन भी अच्छा काम कर रहा है। सीएम ने यह कहा था कि प्रदेश में संगठन कहां हैं। श्री बाली ने कहा कि गांवों में लोग उनके कार्यक्रमों में पहुंचते हैं, जिससे साफ है कि वहां पर संगठन है। युकां अध्यक्ष का नाम लिए बिना एक सवाल पर बाली ने कहा कि देवभूमि में चुनाव देवभूमि के ही पैट्रन पर होंगे और चुनावी चेहरा सिर्फ और सिर्फ सोनिया गांधी होंगी। वीरभद्र सिंह बड़े नेता हैं, परंतु कांग्रेस का चुनाव के दौरान एक सेट फार्मेट है, जिसमें विभिन्न कमेटियां चुनावी प्रक्रिया को निर्धारित करती हैं। यह कमेटियां किसी एक की नहीं, बल्कि सोनिया गांधी की होंगी। सोनिया गांधी यदि वीरभद्र सिंह को कांग्रेस का नेता घोषित करती हैं तो पूरी कांग्रेस को उन्हें ही मानना पड़ेगा। भाजपा में जाने को लेकर पूछे सवाल पर जीएस बाली ने कहा कि भाजपा में जाऊंगा या नहीं, यह नहीं कह सकता, क्योंकि भविष्य का किसी को कोई पता नहीं होता। वह ज्योतिषी नहीं हैं।

325 नई बसें आएंगी

जीएस बाली ने बताया कि परिवहन निगम के पास 325 नई बसें जल्द आ जाएंगी, जिसके लिए कंपनी से बात हो गई है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से बसों पर कैरियर लगाने का मुद्दा भी वह उठाएंगे। इसके अलावा 15 नई वोल्वों बसें भी ली जाएंगी। अमरनाथ यात्रा को लेकर भी उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर सरकार यहां से जाने वाली बसों के यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था करे, जिसके लिए वह वहां की सीएम से बात करेंगे।

खटपट दुर्भाग्यपूर्ण

एक सवाल पर उन्होंने कहा कि संगठन और सरकार के बीच खटपट दुर्भाग्यपूर्ण है। दोनों अपना-अपना काम कर रहे हैं। नगर निगम चुनाव में कांग्रेस की हार आपसी सामंजस्य की कमी के कारण हुई है। इसके लिए दोनों दोषी हैं।

डिपो होल्डर उठाएं कोटा

जीएस बाली ने ने कहा कि डिपो होल्डरों को जीएसटी से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आटे व चावल पर जीएसटी नहीं लगेगा। इसलिए वह लोग बिना घबराए अपना माल उठाएं।

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