सड़कें पानी-पानी, खेत बने तालाब

ऊना —  करीब एक सप्ताह बाद जिला में हुई बारिश से लोगों को गर्मी से कुछ निजात मिली है। पहले जहां जिला के लोग गर्मी से परेशान थे। वहीं, बारिश के चलते लोगों ने कुछ राहत महसूस की है। वहीं, बारिश ने जिला के किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। एक ओर जहां किसान मक्की की गुड़ाई कार्य में जुटे हुए थे। वहीं, बारिश ने किसानों का काम प्रभावित कर दिया है। हालांकि इस बारिश से गर्मी के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं। पानी की सही निकासी नहीं होने के चलते खेत तालाब बन गए हैं, जिसके चलते कई किसानों को नुकसान भी झेलना पड़ा है। वहीं, बारिश के चलते जिला के कई शहरों में पानी की निकासी के लिए की गई व्यवस्था की भी पोल खुल गई। वहीं, लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाई गई निकासी नालियां भी बेकार साबित हुई। बारिश का पानी सड़कों पर बहता हुआ दिखाई दिया। कई सड़कों में पड़े हुए गहरे गड्ढे  भी पानी से भरे रहे, जिसके चलते वाहन चालकों को भी समस्या झेलनी पड़ी। बहरहाल, लोगों को गर्मी से निजात मिली है, लेकिन किसान अपनी फसल को लेकर चितिंत हैं। बता दें कि गत सप्ताह से जिला में बारिश नहीं हुई थी, जिसके चलते लोगों को चिपचिपाती गर्मी का सामना करना पड़ रहा था। सोमवार को जिला का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, इससे पहले भी 36 डिग्री सेल्सियस और कुछ दिन पहले 34 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। अब तापमान में और गिरावट दर्ज की गई है। मंगलवार को एक बार फिर तापमान कम होकर अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रहा। उधर, मौसम अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि बारिश के चलते तापमान कम हुआ है। वहीं, कृषि उपनिदेशक ऊना ने किसानों को सलाह दी है कि खेतों में पानी खड़ा नहीं होने दें। खेतों में पानी की निकासी करें।

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