समस्या जस की तस, चैंथ कहर ढहाने को तैयार

भोरंज —  चैंथ खड्ड के खौफ ने कई परिवारों को घर से बेघर कर दिया है। बारिश होने पर यह परिवार दूसरे लोगों के घरों में शरण ले रहे हैं। पिछले बरसात में मिले जख्मों अभी तक हरे हैं। बारिश होने पर लोग अपने मकानों को छोड़कर दूर-दराज लोगों के घरों में रह रहे हैं। पता नहीं चैंथ खड्ड कब भयानक रूप धारण कर ले। पिछली बार हुई भारी तबाही में कई परिवारों की जमीनें बह गई थीं। अब खड्ड का किनारा खड्डों तक है। ऐसे में अब पिछले बरसात की तरह आलम बना तो रिहायशी मकान भी ध्वस्त हो जाएंगे। इस कारण चैंथ का खौफ लोगों के दिलों में घर कर गया है। बताते चलें कि चैथ खड्ड ने दो वर्ष 2014 व 2015 में उपमंडल में भारी तबाही मचाई थी। इससे करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। इस बार दुकानदारों ने पहले ही पानी के बचाव से तैयारी शुरू कर दी है। दूर-दूर जहां पानी की मार न हो वहां दुकान के समान को शिफ्ट कर दिया है। यहां तक की सहकारी सोसायटी भी सुरक्षित स्थान पर पहले ही शिफ्ट कर दी गई है। कुछ लोगों ने तो किराए के घर लेकर परिवार सहित शिफ्ट हो गए हैं। दो वर्ष से लगातार चैंथ खड्ड उफान के साथ तबाही ला रही है और सैकड़ों कनाल उपजाऊ भूमि इसमें बह गई थी। खड्ड बाजार नगरोटा में दुकानों व घरों में पानी भर गया था। दो वर्ष बीतने पर भी इसके तटीकरण के लिए कोई काम शुरू नहीं हो सका है। पिछले वर्ष भी बरसात के दिनों में लोगों को दूसरे गंवों में रातें बीताने को मजबूर होना पड़ा था। पिछले बर्ष लोक निर्माण विभाग ने कहा था कि बजट आने पर कुछ ब्लैक स्पॉट पर डंगे लगाए जाएंगे, लेकिन अभी तक कोई डंगा नहीं लगा।

बजट आने के बाद भी काम शुरू नहीं

मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने हमीरपुर दौरे पर भरेड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि चैथ खड्ड के तटीकरण के लिए 5.82 करोड़ की पहली किस्त जारी कर दी गई थी। हैरानी की बात है कि बजट आने के बाद भी आखिर काम शुरू क्यों नहीं हो रहा है।

अब मिलेगी आईकार्ड साइज की आरसी

नादौन- गाडि़यों को चोरी करने तथा आरसी आदि को टैंपरिंग करने वालों की अब खैर नहीं। अब नादौन क्षेत्र के वाहन मालिकों को नई तथा छोटे साइज की आरसी मिलेगी। एसडीएम कार्यालय नादौन में अब नए वाहन साफ्टवेयर के माध्यम से आईकार्ड साइज आरसी बनाने का काम शुरू हो गया है। डीआईओ विनोद शर्मा ने बताया कि यह आरसी वाहन साफ्टवेयर से बननी शुरू हो गई है और इसे गूगल पर क्यूआर कोड फीड कर देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऐसी आरसी में टैंपरिंग नहीं की जा सकती है। इससे पहले वाहन चोर तथा कई अन्य लोगों द्वारा आरसी को टैंपरिंग कर गाडि़यों की चोरी कर लेते थे, परंतु अब नई आईकार्ड साइज आरसी को क्यूआर कोड के माध्यम से पूरी डिटेल सामने आ जाती है। इससे यह काम पूरी तरह पारदर्शी हो गया है। एसडीएम अमित मेहरा ने बताया कि नादौन में पांच जुलाई से इस तरह वाहन आरसी बनाई जा रही हैं, जिनमें ओवर राइटिंग तथा टैंपरिंग नहीं हो सकती है।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !