सियासत का अखाड़ा बना स्पाइस पार्क सिर्फ बयानों तक सीमित

मनमोहन सरकार से मिला तोहफा हवा-हवाई, धनपुर में 200 कनाल जमीन चिन्हित होने के बाद भी शुरू नहीं हो सका काम

हमीरपुर —  चुनावों से ठीक पहले मनमोहन सरकार से मिले स्पाइस पार्क का तोहफा हवा-हवाई हो गया है। धनपुर में 200 कनाल भूमि चिन्हित होने के बावजूद यहां निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। तत्कालीन वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने ऑनलाइन स्पाइस पार्क का उद्घाटन किया था। यह प्रोजक्ट यूपीए सरकार ने लोकसभा चुनावों की अधिसूचना जारी होने के ठीक पहले घोषित किया था। मोदी सरकार इस स्पाइस पार्क की घोषणा को छलावा बता रही है। हिमाचल प्रदेश की वीरभद्र सरकार की मानें, तो इस प्रोजेक्ट में एनडीए सरकार अड़ंगा डाल रही है। बहरहाल सियासत का अखाड़ा बना स्पाइस पार्क फिर बयानों तक सीमित हो गया है। आधारशिला रखने के वर्षों बीत जाने के बाद स्पाइस निर्माण के नाम पर एक ईंट तक नहीं लग पाई है। ऐसे में नादौन में स्पाइस पार्क निर्माण का सपना अब धूमिल होता दिख रहा है। इसके निर्माण के लिए महज बयानबाजी में ही करोड़ों मिले हैं। वास्तविकता की बात करें, तो इसके निर्माण पर एक नया पैसा खर्च नहीं हुआ है। कांग्रेस सरकार ने दावा किया था कि स्पाइस पार्क निर्माण को 20 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं तथा निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपए की पहली किस्त जारी कर दी गई है। अगर पैसा जारी हुआ तो कहां गया, बस यही सवाल सभी के मन में उठ रहा है। अब कांगे्रस व भाजपा नेता इस मामले में एक-दूसरे पर छींटाकशी कर रहे हैं। एनडीए सरकार इसके निर्माण में यूपीए को बाधा बता रही है, तो यूपीए निर्माण कार्य न होने कारण एनडीए की बेरुखी बता रही है। वर्षों से लटका स्पाइस पार्क प्रोजेक्ट अब खटाई में पड़ता दिख रहा है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 में लोकसभा चुनावों से ठीक पहले तत्कालीन वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने चंडीगढ़ से ऑनलाइन ही धनपुर में स्पाइस पार्क का शिलान्यास कर दिया। पांच मार्च, 2014 को वीडीओ कान्फ्रेंस के माध्यम से स्पाइस पार्क निर्माण का रास्ता साफ हुआ। इसके बाद कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने भी स्वयं धनपुर में स्पाइस निर्माण के शिलान्यास की औपचारिकता पूरी की। तदोपरांत धनपुर के टमराल फार्म में करीब 200 कनाल भूमि का चयन स्पाइस पार्क निर्माण कार्य के लिए किया गया। स्पाइस बोर्ड ऑफ इंडिया द्वारा यहां स्पाइस पार्क का निर्माण किया जाना था। संबंधित विभाग ने सभी औपचारिकताएं पूरी कर फाइल सरकार को भेजी थी। 2014 के अंत तक संबंधित विभाग ने सभी निर्धारित औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं। भूमि सरकार के नाम ट्रांसफर होने के वर्षों बाद भी स्पाइस पार्क का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। यहां पर स्पाइस पार्क खुलने से लोगों को रोजगार भी मिलना था। करीब 300 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती इसमें की जानी थी। सत्ता परिवर्तन के साथ ही यह महत्त्वाकांक्षी प्रोजेक्ट अधर में लटक गया है। कॉमर्स मिनिस्ट्री ने इसका निर्माण कार्य रोक दिया है। नादौन में बनने वाली यह परियोजना राजनीति की भेंट चढ़ गई है।

* यूपीए सरकार में स्पाइस पार्क निर्माण को मंजूरी प्रदान की गई थी। धनपुर में इसका शिलान्यास किया गया। तत्कालीन केंद्रीय वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने स्पाइस पार्क का शिलान्यास किया था। सत्ता परिवर्तन के बाद इस प्रोजेक्ट को मोदी सरकार ने खटाई में डाल दिया। यहां कर्मियों की भर्ती भी की जानी थी

ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष

* जनता को बेवकूफ बनाने के लिए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री ने चंडीगढ़ बैठकर नादौन स्पाइस पार्क की हवा-हवाई अधारशिला रखी थी। अगर सच में प्रोजेक्ट हिमाचल के लिए दिया गया था, तो प्रदेश सरकार बताए कि जमीन अलॉट क्यों नहीं की गई। बिना भूमि स्वीकृति के कोई काम शुरू नहीं हो सकता

अनुराग ठाकुर, सांसद, हमीरपुर संसदीय क्षेत्र

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