सुरक्षा कर्मी का पोलीग्राफ टेस्ट

अब इसी आधार  पर जांच करेगी सीबीआई

शिमला – शिमला स्थित भारतीय अध्ययन संस्थान से चोरी हुए अष्टधातु के बेशकीमती दुर्लभ घंटे की चोरी के मामले में संस्थान के एक सुरक्षा कर्मी का पोलीग्राफ टेस्ट यानी लाई डिटेक्टर टेस्ट करवाया गया है। कुछ दिन पहले यह टेस्ट जांच एजेंसी ने करवाया है। ऐसे में अब सीबीआई इसके आधार पर आगे की जांच करेगी। शिमला स्थित एडवांस स्टडी से चोरी हुए बेशकीमती घंटे की चोरी की सूई सुरक्षा में तैनात स्टाफ के आसपास घूम रही है। इसके चलते सीबीआई ने संस्थान के एक सुरक्षा कर्मी का पोलीग्राफ टेस्ट करवाया है, इसको कुछ दिन पहले सीबीआई दिल्ली ले गई थी। सुरक्षा कर्मी घंटा चोरी होने के समय संस्थान में सुरक्षा ड्यूटी से जुड़ा रहा है। एजेंसी अब इस टेस्ट के माध्यम से यह पता लगाएगी कि सुरक्षा कर्मी को इस चोरी के बारे में कुछ मालूम है या नहीं। दरअसल यह घंटा संस्थान के गेट से चोरी हो गया था और जहां हर वक्त कड़ी सुरक्षा रहती है। पचास किलो वजनी इस घंटे को ले जाना भी आसान नहीं था। यही वजह है कि अब जांच एजेंसी ने इस मामले में सुरक्षा कर्मी को टेस्ट करवाया है। इससे पहले इसको लेकर सीबीआई एक लाख रुपए के इनाम की भी घोषणा कर चुकी है। अष्टधातु करोड़ों की कीमत का है। यह घंटा नेपाल के राजा ने साल 1903 में तत्कालीन वायसराय को भेंट किया था। हालांकि बाद में यह भारतीय अध्ययन संस्थान में बदला गया। 21 अप्रैल, 2010 रात को यह यहां से गायब हो गया। मामला हाई कोर्ट में चला गया। अदालत ने अब यह जांच सीबीआई को सौंप रखी है। सीबीआई ने अक्तूबर, 2015 में केस दर्ज किया था। केंद्रीय जांच एजेंसी चोरी को लेकर पुलिस हिरासत में रहे संदिग्धों, सुरक्षा कर्मियों सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है। इस मामले में अब एक सुरक्षा कर्मी का टेस्ट करवाया गया है।

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