सूखे से परेशान कालाअंब के किसान

कालाअंब – औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब व आसपास के क्षेत्रों में बारिश न होने के चलते स्थानीय किसान खासे परेशान हैं। सूखे के चलते कालाअंब व आसपास के क्षेत्रों में लोगों की फसलें खेतों में सूखने लगी हैं जिससे किसानों की मुश्किलें बढ़ने लगी हैं। लोग आए दिन आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे रहते हैं कि शायद आसमान में छाए बादल उनके उपर मेहरबान हो जाएंगे, परंतु किसानों को मायूसी ही हाथ लगती है। बीते कुछ दिनों से कालाअंब व आसपास के क्षेत्रों में कभी कभार हल्की-फुल्की बूंदाबांदी तो हो जाती है, परंतु इस हल्की बूंदाबांदी से किसानों की फसलों को कोई लाभ नहीं होता है, जिससे किसान बेहद परेशान हैं। आलम यह है कि कालाअंब, मोगीनंद, सैनवाला जोहड़ो, त्रिलोकपुर, डीडावाला, कटोला, कंडईवाला, जंगलाभूड़, बर्मापापड़ी और नागल सुकेती आदि गांवों में किसानो की मक्की, धान और उड़द आदि की फसलें खेतों में ही मुरझाने लगी हैं। हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि कालाअंब से मात्र 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नाहन में तो दूसरे-तीसरे दिन जमकर बारिश हो जाती है, परंतु कालाअंब में हल्की बूंदाबांदी ही होती है। यही नहीं कई बार तो नाहन में बारिश हो रही होती है और कालाअंब में बिलकुल भी बारिश नहीं होती है। सुलेमान, राकेश, राजेश, कर्म चंद, योगेश, अशोक, प्रदीप, विक्रम, हरदेव व दीप चंद आदि स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस बार बरसात में कम बारिश होने के चलते उनकी मक्की, धान, उड़द और अरबी आदि की फसल पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। इन किसानों का कहना है कि यदि एक-दो दिन में जमकर बरसात हो जाए तो उनकी फसलें बच सकती हैं और यदि इसी तरह सूखा पड़ा रहा तो उनकी सारी फसलें नष्ट हो जाएंगी।

विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें !