35 साल बाद हुए रिटायर

नाहन – जिला सिरमौर के नाहन स्थित डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में बतौर मैटर्न कार्यरत उषा गुंबर शुक्रवार को 35 वर्ष की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हो गई। इस उपलक्ष्य पर मेडिकल कालेज नाहन में एक फेयरवेल पार्टी का आयोजन किया गया, जिसमें उषा गुंबर को भव्य समारोह में सम्मानित किया गया तथा उनके कार्यों की सराहना की गई। वर्ष 1982 में उषा गुंबर ने आईजीएमसी शिमला में बतौर स्टाफ नर्स अपनी सेवाएं ज्वाइन की थी। उसके पश्चात वह 1985 में रिजनल अस्पताल नाहन में स्थानांतरित हुई। करीब नौ वर्ष की स्टाफ नर्स की सेवा के बाद 1994 में उषा गुंबर ददाहू अस्पताल में बतौर वार्ड सिस्टर पदोन्नत्त हुई थी। 1995 में पुनः उन्होंने रिजनल अस्पताल नाहन में ज्वाइनिंग की तथा 2007 में दीनदयाल उपाध्याय रिपन अस्पताल शिमला तथा 2008 में पुनः आरएच नाहन में अपनी सेवाओं को विभाग के सुपूर्द किया। वर्ष 2012 में उषा गुंबर विभाग में बतौर मैटर्न पांवटा साहिब में पदोन्नत्त हुई। उसके पश्चात 2013 से 30 जून, 2017 तक वह डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज नाहन में बतौर मैटर्न सेवारत्त रही। इस अवसर पर मेडिकल कालेज नाहन के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. केके पराशर, डा. चेहल, उपाधीक्षक डा. कक्कड़ व मेडिकल कालेज नाहन के लेखा अधिकारी सुनील अत्री ने विशेषतौर पर उपस्थित होकर मैटर्न उषा गुंबर के द्वारा करीब 35 वर्ष तक स्वास्थ्य विभाग को दी गई सेवाओं पर उन्हें बधाई दी। गौर हो कि उषा गुंबर के प्रबंधन की केवल जिला सिरमौर में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में विभाग में सेवाओं को लेकर पीठ थपथपाई जाती है। इस अवसर पर मेडिकल कालेज नाहन के तमाम नर्सिंग स्टॉफ ने उन्हें विदाई पार्टी में उपहार भी भेंट किए।