आंखों से अदाकारी करते हैं इरफान

इरफान खान भारतीय फिल्म अभिनेता हैं और वह बॉलीवुड में अपने दमदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं। वह अपने हॉलीवुड फिल्मों में किए गए कामों की वजह से भी जाने जाते हैं।  उन्हें तीन बार फिल्मफेयर पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के तौर पर फिल्म ‘पान सिंह तोमर ’ के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है। उन्हें पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है दर्शक ऐसा मानते हैं कि वह अपनी आंखों से ही पूरा अभिनय कर देते हैं और यही उनकी विशेषता भी है वह लीक से हटकर फिल्में करने की वजह से मशहूर हैं।

इरफान खान का जन्म एक मुस्लिम परिवार में जयपुर में हुआ था। इरफान जब एमए की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ  ड्रामा में पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप प्राप्त हुई थी। इरफान की शादी सुतापा सिकदर से हुई, जिनसे उन्हें दो बच्चे हैं। बाबिल और आर्यना उनके करियर की शुरुआत टेलीविजन सीरियल्स से हुई थी। अपने शुरुआती दिनों में वह चाणक्य, भारत एक खोज, चंद्रकांता जैसे धारावाहिकों में दिखाई दिए। उनके फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म ‘सलाम बाम्बे’ से एक छोटे से रोल के साथ हुई।

इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में छोटे- बड़े रोल किए लेकिन असली पहचान उन्हें ‘मकबूल, रोग, लाइफ  इन अ मेट्रो, स्लमडॉग मिलेनियर, पान सिंह तोमर, द लंच बॉक्स’ जैसी फिल्मों से मिली। हासिल फिल्म के लिए उन्हें वर्ष 2004 का फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार भी प्राप्त हुआ। वह बालीवुड की 30 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं। इरफान हॉलीवुड में भी एक जाना पहचाना नाम हैं। वह ए माइटी हार्ट स्लमडॉग मिलिनेयर और द अमेजिंग स्पाइडर मैन फिल्मों में भी काम कर चुके हैं।

2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मानित किया। 60वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2012 में इरफान खान को फिल्म पान सिंह तोमर में अभिनय के लिए श्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार दिया गया। बॉलीवुड से हॉलीवुड तक अपने अभिनय की छाप छोड़ने वाले अभिनेता इरफान खान को आज पूरी दुनिया जानती हैं। ऑल राउंडर अभिनेता इरफान खान ने अपने अभिनय के दम पर हर वर्ग के दर्शकों को प्रभावित किया है।

इरफान खान का अपना एक अलग अंदाज है, वह एक ऐसे कलाकार हैं कि अपने जबरदस्त अभिनय से किसी भी किरदार में जान डाल देते हैं। हाल ही में हालीवुड अभिनेता टॉम हैंक्स ने कहा कि इरफान की तो आंखें भी एक्टिंग करती हैं। उनके अलग-अलग रोल्स की तरह उनकी लव स्टोरी भी काफी दिलचस्प है। इरफान के  पिता टायर का व्यापार करते थे।

पठान परिवार के होने के बावजूद इरफान बचपन से ही शाकाहारी हैं, उनके पिता उन्हें हमेशा यह कहकर चिढ़ाते थे कि पठान परिवार में ब्राह्मण पैदा हो गया। उन्होंने वर्ष 1984 में दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय एनएसडी में अभिनय का प्रशिक्षण लिया। उन्हें स्कॉलरशिप भी मिली।

इरफान खान का शुरुआती दौर संघर्ष से भरा था।  इरफान खान मौजूदा दौर के उन अभिनेताओं में हैं, जो स्वयं को फिल्मों में नायक की भूमिका के दायरे तक सीमित नहीं करते। वह यदि लाइफ  इन ए मेट्रो, आजा नचले, क्रेजी 4 और सनडे जैसी फिल्मों में महत्त्वपूर्ण चरित्र भूमिकाएं निभाते हैं, तो मकबूल,रोग और बिल्लू में केंद्रीय भूमिका भी निभाते हैं।

बॉलीवुड के साथ-साथ इरफान हॉलीवुड में भी सक्रिय रहे हैं। उन्होंने ‘जुरासिक वर्ल्ड’ और स्पाइडर मैन’ जैसी फिल्मों में भी काम किया है।

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