उद्योगों पर करोड़ों की मार

ड्यूटी पर नहीं पहुंच पाए कर्मचारी, बंद करने पड़े कारखाने

बीबीएन— डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद  बिगड़े हालातों ने हिमाचल के उद्योगों को हिला कर रख दिया है। हालात ये हैं कि दो दिन के भीतर उद्योगों को इस वजह से करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ा है, उद्योगों में जहां शुक्रवार को चंडीगढ़ -पंचकूला से कर्मचारी नहीं पहुंच सके, वहीं उत्पादन में भी खासी गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा परिवहन व्यवस्था थमने से उद्योगों से करोड़ों के तैयार माल की डिलीवरी भी अटक गई है। दरअसल पंचकूला से लेकर पूरे हरियाणा में प्रदेश में बिगड़े हालातों ने बीबीएन व परवाणू से माल लेकर तैयार खड़े हजारों ट्रकों की रवानगी रोक दी है, इतने ही ट्रक हरियाणा में फंसे हैं, जो कि हिमाचल में वापसी का इंतजार कर रहे हैं। ट्रकों की आवाजाही थमने व उत्पादन गिरने से उद्योगों का अनुमानित 100 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। साथ ही ट्रक यूनियन नालागढ़ को भी रोजाना डेढ़ करोड़ का नुकसान झेलना पड़ रहा है। शुक्रवार को बीबीएन के करीब 30 फीसदी उद्योगों में ही सुचारू रूप से उत्पादन चल सका, जबकि बाकी उद्योगों में उत्पादन में खासी गिरावट दर्ज की गई। परिवहन व्यवस्था ठप होने से उद्योगों में कई जगह कच्चे माल की आपूर्ति ठप हो गई है और तैयार माल की डिलीवरी भी लटक गई है। आलम यह है कि उद्योगों के गोदाम तैयार माल से लदे पड़े हैं। शुक्रवार को पंजाब-हरियाणा में बिगड़े हालात से ट्रकों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई है, करीब छह हजार ट्रक, ट्राले रास्ते में खडे़ हैं, इस कारण करोड़ों का नुकसान उद्यमियों को झेलना पड़ रहा है। उद्योगपतियों को तैयार माल की समय पर डिलीवरी न होने से ऑर्डर कैंसिल होने का खतरा सताने लगा है। अगर हालात जल्द सामान्य न होने पर उद्योग में उत्पादन ठप करने की नौबत भी आने की संभावना है। एलकम दवा उद्योग के एचआर प्रबंधक ने बताया कि उनके जो कर्मचारी पंचकूला, चंडीगढ़ से शुक्रवार को किसी तरह ड्यूटी पर आए थे, उन्हें सुरक्षा के मद्देनजर वापस नहीं भेजा गया है। सीआईआई के पूर्व अध्यक्ष अरुण रावत ने बताया कि परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप हो चुकी है, न कच्चा माल आ पा रहा है, न ही तैयार माल जा रहा है। कई उद्योगों ने शुक्रवार को काम बंद रखा।

कोने-कोने पर खाकी का पहरा

एसपी बद्दी राहुल नाथ ने बताया कि माहौल की संवेदनशीलता को देखते हुए पंजाब व हरियाणा की सीमाओं को सील कर दिया गया है। सभी बार्डरों पर थाना प्रभारियों ने पुलिस टीम के साथ किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मोर्चा संभाले रखा, जबकि संवेदनशील स्थिति से निपटने के लिए तीन रिजर्व बटालियन भी जुन्गा से मंगवाई गई है। पुलिस प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है।

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