चुटकू को खोज रही बहनों की नम आंखें

शुक्रवार रात को नेरीपुल के समीप बोलेरो कैंपर हादसे में गई जान

नेरवा/चौपाल— सेब सीजन व बरसात शुरू होते ही सैंज-यशवंतनगर-सोलन मार्ग पर हादसों का ग्राफ बढ़ जाता है। यह हादसे ज्यादातर सैंज व शिल्ला बाग के बीच होते हैं व इनमें शिकार होने वाले अधिकतर लोग चौपाल क्षेत्र के ही होते हैं। सैंज से शिल्ला बाग तक तकरीबन तीस किलोमीटर यह मार्ग न केवल संकरा है, अपितु इसमें ब्लैक स्पॉट पर कहीं भी क्रैश बैरियर व पैराफिट नहीं बने है। तीस किलोमीटर तक इस मार्ग पर सेब सीजन के दौरान हर साल कई हादसे होते हैं। जो यह हादसे होते हैं उनमें ज्यादातर चौपाल क्षेत्र के लोग ही हादसों के शिकार होते हैं। पिछले सालों पर नजर दौड़ाई जाए तो इस सड़क पर हुए दर्जनों हादसों में चौपाल क्षेत्र के कई लोगों की जान जा चुकी है, जबकि कई लोग अपाहिज होकर जीवन जी रहे हैं। शुक्रवार रात भी चौपाल के माटल से परवाणू को सेब ले जा रही बोलेरो कैंपर गाड़ी नेरीपुल के समीप इसी मार्ग पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई।  दुर्घटना में राहुल उर्फ चुटकू पुत्र वीरेंद्र  गांव व डाकघर माटल, तहसील चौपाल की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका भाई सुरेश व अन्य युवक राजेंद्र घायल हो गए। इनमें से सुरेश की हालत गंभीर बताई जा रही है। राहुल को शायद मौत ही खींच कर यहां तक ले आई होगी। तभी तो वह बिना किसी वजह अपने भाई सुरेश के साथ परवाणू जाने को तैयार हो गया व यह उसका भाई के साथ आखिरी सफर साबित हुआ। घटना का पता चलते ही राहुल के घर में मातम का माहौल है। उसके माता-पिता, भाई व दो बहनें अपने चुटकू को आंखों में आंसू लिए ढूंढ रही हैं, जो कि अब कभी भी वापस नहीं आएगा। चुटकू तीन भाइयों व दो बहनों में सबसे छोटा व सबका लाड़ला था।

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