मनाली में बादल फटा, जयसिंहपुर में महिला दबी

गगां में आधी रात को बरपा कुदरत का कहर; लोगों ने भाग कर बचाई जान, नाले में आई बाढ़ में पांच गाडि़यां बही

मनाली,पतलीकूहल – उपमंडल मनाली के गगां नाले में रात दो बजे बादल फटने से बाढ़ आ गई। बाढ़ आने से गगां तथा करजा गांव में अफरी-तफरी मच गई। आधी रात को लोग अपने घरों में सो रहे थे कि भारी बारिश के बीच नाले में जोर-जोर से गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दी। लोग अपने घरों से बाहर निकले तो चारों तरफ खौफनाक मंजर देख ग्रामीण सहम उठे। नाले के आसपास रहने वाले लोग घरों से भागने को मजबूर हो गए। ग्रामीण पूर्ण चंद ने बताया कि आधी रात को नाले में आई बाढ़ से ग्रामीण सहम उठे थे। उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी अधिकतर ग्रामीणों के घरों और बागीचों में घुस गया। करजा पंचायत के प्रधान बलबीर राणा ने बताया कि नाले में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि गगां  नाले के सभी सहयोगी नालों में भारी बाढ़ आ गई। नालियों के बंद होने से पानी सड़क में आ गया, जिससे आसपास के घरों को भारी नुकसान हो गया। लोगों द्वारा पार्क की गई पांच गाडि़यां, जिनमें तीन ट्रैक्टर, एक बाइक तथा एक कार शामिल है, बाढ़ की चपेट में आकर बह गए गए। उन्होंने बताया कि दो घरों को भी नुकसान पहुंचा है। मनाली के नायब तहसीलदार किशोर ठाकुर ने बताया कि बाढ़ से पीडि़त क्षेत्र का दौरा कर लिया गया है। बाढ़ से लगभग 50 लाख का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं और किसानों-बागबानों को भी भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि बाढ़ से प्रभावित होतम राम गगां निवासी को 10 हजार रुपए, कंबल और 10 दिन का राशन फौरी राहत के तौर पर दे दिए गए हैं। उधर, पीडब्ल्यूडी विभाग मनाली के एसडीओ पवन राणा ने बताया कि बाढ़ से सड़क को भी क्षति पहुंची है।  उन्होंने बताया कि बाढ़ से विभाग को लगभग 25 लाख का नुकसान हुआ है।

लूगट में भराभरा कर ढहा घर

जयसिंहपुर, पंचरुखी  – उपमंडल जयसिंहपुर के अंतर्गत मझेड़ा पंचायत के लूगट गांव में एक कच्चे रिहायशी मकान  के मलबे में दब जाने से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई । सुदेश कुमारी पत्नी बसंत सिंह गुरुवार सुबह अपनी  बेटी को स्कूल के लिए तैयार कर घर से थोड़ी दूर नल से पानी भरने चली गई।  वापस घर लौटते वक्त अचानक साथ लगते पड़ोसी लक्ष्मण दास का कच्चा मकान जमींदोज हो गया। मकान के मलबे की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई। उधर, स्कूल जाने के लिए तैयार 11 वर्षीय बेटी रीता देवी के शोर मचाने पर ग्रामीणों ने मलबा हटाकर महिला को प्राथमिक उपचार के लिए एक प्राइवेट डाक्टर के पास ले गए , जहां डाक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार जयसिंहपुर सुदर्शन सिंह ने बताया कि उन्होंने मौके का मुआयना कर प्रशासन की ओर से मृतका की बेटी रीता देवी व भाई दीपक कश्यप को 10000 की फौरी राहत प्रदान की है ।

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